नयी दिल्ली: दूरसंचार क्षेत्र की निजी कंपनी भारती एयरटेल ने मंगलवार को कहा कि स्पेक्ट्रम की ताजा नीलामी में उसने 18,699 करोड़ रुपये की रेडियोतरंगों का अधिग्रहण किया है।
कंपनी ने एक बयान में यह जानकारी दी है। उसने कहा है कि कंपनी ने 355.45 मेगाहट्र्ज स्पेक्ट्रम, मिड बैंड और 2300 मेगाहट्र्ज बैंड का अधिग्रहण किया है। इससे कंपनी को देश में सबसे मजबूत स्पेक्ट्रम होल्डिंग प्राप्त हो गई है।
कंपनी ने कहा है कि इसके चलते उसे भविष्य में 5जी सेवायें उपलब्ध कराने में सफलता मिलेगी।
कंपनी का कहना है कि अब उसके पास देशभर में गीगाहट्र्ज उपक्षेत्र में स्पेक्ट्रम हासिल हो गया है, जिससे अब शहरों में उसकी सेवायें घरों के अंदर और भवनों में भी अच्छी कवरेज दे सकेंगी। इसके अलावा इस स्पेक्ट्रम से कंपनी की दूरसंचार सेवायें गांवों में भी बेहतर होंगी।
एयरटेल ने कहा है कि नीलामी में बड़ी मात्रा में सपेक्ट्रम उपलब्ध होने के बावजूद 700 मेगाहट्र्ज के बैंड में परिचालाकों की ओर से कोई बोली नहीं मिली क्योंकि आर्थिक लिहाज से यह बैंड उनके लिये उपयोगी नहीं बनता है। इस बैंड का आरक्षित मूल्य काफी ऊंचा रखा गया है।
भारती एयरटेल के भारत और दक्षिण एशिया क्षेत्र के प्रबंध निदेशक और सीईओ गोपाल विट्टल ने कहा कि अब कंपनी के पास मजबूत स्पेक्ट्रम पोर्टफोलियो हो गया है। इससे भारत में कंपनी अपने ग्राहकों को सबसे बेहतर मोबाइल ब्राडबैंड का अनुभव कराने में सफल होगी।
दूरसंचार विभाग द्वारा आयोजित यह स्पेक्ट्रम नीलामी बोली के दूसरे दिन आज समाप्त हो गई। इसमें कुल सात बैंड में चार लाख करोड़ रुपये के 2,308.80 मोगाहट्र्ज स्पेक्ट्रम को नीलामी के लिये रखा गया था। नीलामी के पहले दिन कुल 77,146 करोड़ रुपये की बोलियां प्राप्त हुईं। इसमें रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने भाग लिया। सरकार ने प्राप्त बोलियों पर कहा कि यह उम्मीद से बेहतर रही है।