• एसबीएफसी की इस साल 150 शाखाएं हो जाएंगी, यह अपने नेटवर्क का 30% अधिक विस्तार करेगा
  • एसबीएफसी लघु एवं सूक्ष्म कारोबारों (एमएसएमई) का एक राष्ट्रव्यापी खिलाड़ी है, इसलिए यह एक आत्मनिर्भर भारत के विकास को गति देता है
  • एसबीएफसी को मध्य प्रदेश में भारी संभावनाएं नजर आती हैं। इंदौर में आज खुले इस क्षेत्रीय कार्यालय और शाखा के साथ एसबीएफसी ने एमपी के 25 शहरों और कस्बों को कवर करने वाली 12 शाखाओं के दम पर अधिसंरचना को मजबूत किया है।
  • एसबीएफसी का समस्त लोन पोर्टफोलियो 3200 करोड़ रुपए का है और यह हर महीने 150 करोड़ रुपए का लोन बांटती है, जिसमें एमपी का हिस्सा 15% है
  • एसबीएफसी को अन्य निवेशकों के अलावा क्लेरमोंट और आर्पवुड जैसे श्रेष्ठ निवेशकों का समर्थन हासिल है
  • अखिलभारतीय स्तर पर 17 राज्यों के 100 शहरों में 120 शाखाओंवाला एक मजबूत नेटवर्क

इंदौर: भारत की एमएसएमई केंद्रित अगले स्तर की एनबीएफसी ‘एसबीएफसी फाइनेंस’ने देश के कोने-कोने में लघु कारोबारों एवं सूक्ष्म उद्यमों (एमएसएमईज) तक ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंच बनाने तथा “आत्मनिर्भर भारत” के विकास को गति देने वाले अपने प्रयासों के तहत मध्य प्रदेश के इंदौर में अपने क्षेत्रीय कार्यालय तथा 120वीं शाखा का उद्घाटन किया है।

एसबीएफसी फाइनेंस की मध्य प्रदेश में यह 12वीं शाखा होगी। मध्य प्रदेश स्व-रोजगार करने वालों का एक प्रमुख केंद्र रहा है और एसबीएफसी का मानना है कि आने वाले समय में इन कारोबारों में कई गुना वृद्धि होगी। राज्य के कुछ प्रमुख उद्योगों में रेडीमेड कपड़े बनाने वाली इकाइयां, इलेक्ट्रॉनिक सामान बनाने वाली इकाइयां, आरा मिल, फर्नीचर बनाने वाला उद्योग, खुदरा कारोबार, खाद्य-प्रसंस्करण उद्योग आदि शामिल हैं।

नई शाखा का उद्घाटन एसबीएफसी फाइनेंस के ज़ोनल हेड (पश्चिम) श्री विनय अग्रवाल तथा सीआरओ श्री पंकज पोद्दार के हाथों संपन्न हुआ। नई शाखा के माध्यम से यह एनबीएफसी अपने ग्राहकों को प्रॉपर्टी के विरुद्ध लोन, गोल्ड लोन और पर्सनल लोन जैसे वित्तीय ऋण उत्पादों की एक समग्र श्रृंखला पेश करेगी।

इस अवसर पर बात करते हुए एसबीएफसी फाइनेंस के सह-संस्थापक और सीबीओ श्री महेश दयानी ने कहा, “हम इतनी महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करके बेहद खुश हैं। एसबीएफसी फाइनेंस में हम लघु कारोबारों और सूक्ष्म उद्यमों द्वारा अर्थव्यवस्था में किए गए महत्वपूर्ण योगदान को पहचानते और मान्यता देते हैं। हम समय पर वित्त उपलब्ध होने की अहमियत को भी समझते हैं और अपने ग्राहक-केंद्रित उत्पाद ढांचे के माध्यम से इस जरूरत को पूरा करने की दिशा में काम करते हैं। वर्तमान में हम मासिक आधार पर 150 करोड़ रुपए से अधिक की राशि वितरित करते हैं। हम उद्यमियों और एमएसएमई के लिए भारत का सबसे विश्वसनीय वित्तीय संस्थान होने का अपना विजन पूरा करने वाले रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं। हम मध्य प्रदेश के एमएसएमईज के साथ साझेदारी करने हेतु तत्पर हैं और उनको भविष्य में अपने विस्तार व विकास को संभव करने लायक बनाने के लिए उन्हें ऋण-संबंधी समाधान प्रदान करते हैं।”

एसबीएफसी फाइनेंस इस सेक्टर की ऋण आवश्यकताओं को पूरा करने की दिशा में लगातार काम करता चला आ रहा है। अपनी स्थापना के साढ़े तीन वर्षों में इस फर्म ने बड़ी तरक्की की है। आज एनबीएफसी की एयूएम 3,200 करोड़ रुपए है और देश के 100 शहरों तथा 17 राज्यों में इसकी 120 शाखाएं खुली हुई हैं।

देश भर में अपनी व्यापक पहुंच के दम पर फर्म यह दृष्टिकोण लेकर आगे बढ़ रही है कि अपने “फिजिटल” मॉडल के सहारे ऋण देने का तरीका बदला जाए। यह मॉडल प्रौद्योगिकी और प्रामाणिक व्यक्तिगत सेवा के बल पर कार्य करता है। फर्म की योजना है कि अपने लोन पोर्टफोलियो की 30% साल दर साल वृद्धि की जाए और अगले 6 महीनों में नेटवर्क को 150 शाखाओं तक विस्तारित किया जाए।