मार्च तिमाही में निजी क्षेत्र की इस्पात कंपनी जिंदल स्टेनलेस लिमिटेड (JSL) ने 292.61 करोड़ रुपए का एकीकृत शुद्ध लाभ दर्ज किया है . JSL ने शुक्रवार को बीएसई को दी गई सूचना में बताया कि कंपनी को पिछले वित्तीय वर्ष की इसी तिमाही में 66.20 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ था. सालाना आधार पर इसमें करीब 450 फीसदी की तेजी आई है.
जनवरी-मार्च 2021 तिमाही में कंपनी की कुल आय पिछले साल की इसी तिमाही के 3,107.34 करोड़ रुपए से बढ़कर 3,926.30 करोड़ रुपए हो गई. वहीं, इस दौरान कुल व्यय 3,124.13 करोड़ रुपए की तुलना में 3,564.82 करोड़ रुपए रहा. जिंदल स्टेनलेस के प्रबंध निदेशक अभ्युदय जिंदल ने एक बयान में कहा, ‘महामारी से पैदा हुई चुनौतियों के बावजूद पूरे साल हमारी सूझबूझ भरी कारोबार रणनीति से JSL को मजबूत प्रदर्शन करने में मदद मिली.
बिक्री में आई तेजी
चौथी तिमाही में घरेलू बाजार में अलग-अलग क्षेत्रों में सतत मांग से बिक्री और राजस्व को बढ़ाने में मदद मिली.’उन्होंने कहा कि चौथी तिमाही में ऑटो क्षेत्र, पाइप एवं ट्यूब के साथ ही मेट्रो और रेलवे एवं संबंधित ढांचागत परियोजनाओं में लोहे और इस्पात मांग की मांग लौटने से कंपनी की बिक्री में उछाल आया.
एक साल में 217 फीसदी रिटर्न
इस सप्ताह के आखिरी कारोबारी सत्र में इस शेयर में 4.75 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी. इसका क्लोजिंग भाव 91.40 रुपए है. 52 सप्ताह का उच्चतम स्तर 102.90 रुपए और न्यूनतम स्तर 25.80 रुपए है. कंपनी का मार्केट कैप 4453 करोड़ रुपए है. एक महीने के भीतर इस कंपनी के शेयर में 26 फीसदी, तीन महीने में 24 फीसदी और एक साल में 217 फीसदी का रिटर्न दिया है.
प्रमोटर की हिस्सेदारी 68 फीसदी
इस कंपनी में प्रमोटर की हिस्सेदारी 68.12 फीसदी है. पीयर्स की बात करें तो JSW Steel ने एक साल में 303 फीसदी, टाटा स्टील ने 321 फीसदी, हिंडाल्को ने 226 फीसदी और NMDC ने 156 फीसदी का रिटर्न दिया है.