मुंबई, 22 मार्च, 2021। सुरक्षित बैंकिंग विधियों के बारे में एचडीएफसी बैंक के ‘मुंह बंद रखो’ अभियान ने इस मार्च अपनी 1,000 वीं कार्यशाला का सफल आयोजन किया। लोगों को ऑनलाईन जालसाजी से बचने के लिए साईबर धोखाधड़ी और सुरक्षित बैंकिंग के तरीकों के बारे में शिक्षित करने के लिए बैंक ने नवंबर, 2020 में 360-डिग्री अभियान शुरू किया। बैंक ने 7 करोड़ लोगों तक पहुंचने के लिए प्रिंट एवं डिजिटल माध्यम का इस्तेमाल किया। आम जनता ने अभियान के ऑनलाईन चरण की सराहना की, जिसने उन्हें बैंक द्वारा लॉन्च किए गए कृत्रिम रियलिटी फिल्टर्स के साथ संदेश का प्रसार करने में समर्थ बनाया।
ये कार्यशालाएं कानून प्रवर्तन एजेंसियों, वरिष्ठ नागरिकों, चैनल पार्टनर्स, हाउसिंग सोसायटीज़ एवं शैक्षणिक संस्थानों आदि के लिए आयोजित की गईं। इस अभियान को पुलिस अधिकारियों, नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया एवं एसीआई वर्ल्डवाईड का विस्तृत समर्थन प्राप्त था। बैंक इस अभियान को देश के सभी क्षेत्रों में ले गया और इसकी अवधि को 100 दिनों से ज्यादा बढ़ा दिया।
श्री प्रशांत मेहरा, सीनियर एक्ज़िक्यूटिव, वाईस प्रेसिडेंट एवं हेड- क्रेडिट प्रोग्राम, एनालिटिक्स, रिस्क इंटैलिजेंस एंड कंट्रोल, एचडीएफसी बैंक ने कहा, ‘‘1000 दिन की वर्कशॉप हमारे लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इससे विस्तृत ग्राहकों को सुरक्षित बैंकिंग की विधियों के प्रसार में मदद मिलेगी। ग्राहक केंद्रित बैंक के रूप में हमारा उद्देश्य अपने ग्राहकों को सर्वश्रेष्ठ एवं सबसे सुरक्षित बैंकिंग समाधान प्रदान करना है। सरकारी अधिकारियों, पेमेंट कॉर्पोरेशंस के अधिकारियों एवं विषय के विशेषज्ञों की प्रतिभागिता ने सभी आगंतुकों के ज्ञान के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।’’
नेशनल साईबर सिक्योरिटी को-ऑर्डिनेटर, लेफ्टिनेंट जनरल राजेश पंत ने इस अभियान द्वारा साईबर सिक्योरिटी की जागरुकता बढ़ाने में एचडीएफसी बैंक के प्रयासों की सराहना की और सुझाव दिया कि यह किसी न किसी रूप में निरंतर किया जाना चाहिए।