दुनिया भर में इलेक्ट्रिक कार और इलेक्ट्रिक टू व्हीलर्स की मांग बहुत तेजी से बढ़ रही है। इसको देखते हुए दुनिया भर के ऑटोमोबाइल सेक्टर में रूचि रखने वाले यहां इन्वेस्ट कर रहे हैं। भारत दुनिया के सबसे बड़े बाजारों में से एक है। जिसके कारण सभी की निगाहें भारत के बाजार पर है। पिछले दिनों टेस्ला ने भी भारतीय बाजार में उतरने का फैसला लिया है। अब ओला के संस्थापक भाविश अग्रवाल भी इलेक्ट्रिक स्कूटर्स के बिजनेस में उतरने जा रहे हैं। इसके प्रोडक्शन के लिए कंपनी ने बेंगलुरू के पास 500 एकड़ जमीन भी चिन्हित कर लिया है। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर प्लांट होगा। कंपनी की कोशिश है कि हर दो सेकेंड में एक स्कूटर का प्रोडक्शन किया जा सके।
भारत सरकार इस समय पूरा ध्यान ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने पर लगा रही है। वहीं तेल की बढ़ती कीमतें आने वाले दिनों में इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल सेक्टर को बहुत मदद करेंगी। ओला के संस्थापक भाविश अग्रवाल का प्लान अगर सफल रहा तो यह कंपनी 2022 तक एक करोड़ इलेक्ट्रिक स्कूटर या फिर मार्केट का 15 प्रतिशत प्रोडक्शन शुरू कर देगी। अपने एक इंटरव्यू में भाविश ने कहा था कि हमारी कोशिश होगी की हम इंडिया को विश्व इलेक्ट्रिक वाहनों की सूची में बनाए रखें। उन्होंने कहा, ‘हमारा सपना है कि हम दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक वाहन प्रोडक्शन वाली कंपनी बनाएं।’ हालांकि यह राह इतनी भी आसान नहीं है। ओला की सीधी टक्कर हीरो जैसी कंपनियों से होगी। जिनका भारतीय बाजार में दबदबा है।
3 हजार रोबोट बनाएंगे स्कूटर्स
कंपनी का पूरा ध्यान उसके प्रोडक्शन पर है। इसलिए टेक्नालॉजी पर बहुत जोर दिया जा रहा। कंपनी में कुल 10 हजार लोगों के साथ 3 हजार रोबोट भी काम करेंगे। साथ ही एक हजार इंजीनियर्स की टीम सिर्फ साॅफ्टवेयर बनाएगी। कंपनी की कोशिश है कि हर चीज का प्रोडक्शन वह खुद ही करें ताकि दाम पर नियंत्रण किया जा सके।
कैसे खरीद सकेंगे स्कूटर्स
कंपनी स्कूटर्स प्रोडक्शन से लेकर इसके बेचने तक प्लान तैयार कर चुकी है। कंपनी इसे ऑनलाइन और ऑफलाइन डीलर्स के जरिए बेचने की तैयारी कर रही है। हालांकि इसके दाम को लेकर अभी तक कुछ भी बताया नहीं गया है। लेकिन माना जा रहा है कि कंपनी इसे किफायती दाम में ही बेचने की कोशिश करेगी।