कोविड-19 महामारी (COVID-19 Pandemic) की दूसरी लहर से चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही की आधी अवधि में आर्थिक गतिविधियां प्रभावित जरूर हुई हैं, लेकिन कमजोर नहीं पड़ी हैं. हालांकि संक्रमितों की संख्या पूर्व के मुकाबले कहीं अधिक हैं. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के एक रिपोर्ट में यह कहा गया है. इसमें कहा गया है कि कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी की रफ्तार ने भारत और दुनिया को अचंभित किया है. इस तेजी पर अंकुश लगाने के लिये युद्ध स्तर पर अभियान चलाये गये हैं.

अर्थव्यवस्था की स्थिति पर आरबीआई के डिप्टी गवर्नर एम डी पात्रा और अन्य अधिकायों ने अपने लेख में लिखा है,दूसरी लहर का अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पहली लहर के मुकाबले सीमित जान पड़ता है. स्थानीय स्तर पर जरूरत के मुताबिक, लॉकडाउन, लोगों को घर से काम करने की व्यवस्था के लिये स्वयं को बेहतर तरीके से तैयार करना, ऑनलाइन डिलिवरी मॉडल, ई-वाणिज्य और डिजिटल भुगतान का अच्छे तरीके से काम करना इसके उदाहरण हैं.