हम सबके मन में जब निवेश करनी की बात आती है तो हमारे पास कई सवाल होते हैं. मसलन, कब निवेश शुरू करें? कहां निवेश करें? कितना निवेश करें? हम जो पैसा निवेश कर रहे, वो कहीं डूब तो नहीं जाएगा? अक्सर इन सब बातों के जवाब ढूंढते-ढूंढते निवेश शुरू कर देते हैं. कई लोग ऐसी स्थिति में कहते हैं कि बिना किसी झंझट के सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में निवेश कर लीजिए. अगर आपने भी SIP के बारे में सुना है तो आपको इसकी पूरी जानकारी रखनी चाहिए. SIP को बेहतर तरीके से समझने के बाद आपके सारे सवालों के जवाब मिल जाएंगे और वित्तीय रूप से एक मजबूत भविष्य की ओर कदम भी बढ़ा सकेंगे. तो आइए जानते हैं सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के बारे में पूरी जानकारी.
क्या होता है सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान?
हमने अक्सर लोगों को यह कहते हुए सुना है कि ‘बूंद-बूंद से सागर बनता है.’ SIP भी इसी सिद्धांत पर काम करता है. यह एक ऐसा निवेश विकल्प है, जिसमें एक निश्चित समय के लिए नियमित रूप से न्यूनतम 500 रुपये का भी निवेश कर सकते हैं. आप यह भी तय कर सकते हैं कि कितने अंतराल पर इसमें निवेश करेंगे. यह साप्ताहिक, मासिक, तिमाही या सालाना आधार पर हो सकता है. इस प्रकार कुछ समय के बाद आप एक बड़ी रकम जुटा सकते हैं.
उदाहरण के तौर पर समझने के लिए मान लीजिए कि आप लोन लेना चाहते हैं. आप घर या कार खरीदने के लिए लोन ले रहे हैं और इसके लिए आवेदन किया है. सामान्यत: इस तरह के खर्च के लिए हम बचत नहीं कर पाते हैं. लेकिन, जब हम लोन ले लेते हैं तो एक नियमित समय पर इसका रिपेमेंट करते रहते हैं. लोन के लिए EMI की रकम बहुत कम होती है. लेकिन लोन के लिए हमें मूल रकम के अलावा ब्याज का भी भुगतान करना होता है. इससे आप समझ सकते हैं कि SIP और लोन में केवल यह अंतर है कि लोन लेने पर आपको ब्याज की रकम चुकानी होती है. जबकि, SIP में निवेश कर आप भविष्य के लिए एक बड़ी रकम तैयार कर सकते हैं.
कैसे काम करता है SIP?
SIP के जरिए आप किसी भी तरह के म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं. इससे आप एक लंबे समय में बड़ी पूंजी जुटा सकते हैं. यहां आपको यह समझना होगा कि रिटर्न जेनरेट करना और पूंजी बनाना दो अलग-अलग बातें हैं. फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने से आप केवल रिटर्न जेनरेट कर पाएंगे. लेकिन अगर आपको पूंजी बनानी है तो इसके लिए एसआईपी म्यूचुअल फंड्स में निवेश करना होगा. एसआईपी की रकम हर महीने आपके बैंक अकाउंट से ऑटोमेटिक रूप से कट जाती है.
मान लीजिए कि आपने किसी SIP में निवेश किया है और हर महीने आपके बैंक अकाउंट से 5 तारीख को निवेश की रकम कट जाती है. यह रकम ऑटोमेटिक रूप से उस म्यूचुअल फंड में निवेश हो जाएगी, जिसे आपने निवेश के लिए चुना है.
SIP में निवेश के जरिए कैसे बड़ी पूंजी तैयार कर सकते हैं?
जब आप किसी म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो आपको कुछ यूनिट्स अलॉट किए जाते हैं. उदाहरण से समझिए कि किसी एक म्यूचुअल फंड का NAV वर्तमान में 20 रुपये है. अगर आपने इस म्यूचुअल फंड में 1000 रुपये का निवेश किया है तो आपको 50 यूनिट्स अलॉट कर दिए जाएंगे. जैसे-जैसे म्यूचुअल फंड की NAV बढ़ती रहेगी, वैसे-वैसे आपका निवेश भी बढ़ता रहेगा. ऐसे में अगर इस म्यूचुअल फंड की NAV 30 रुपये हो जाती है तो आपको 50 यूनिट्स की कीमत बढ़कर 1,500 रुपये हो जाएगी. ठीक इसी तरीके से एक लंबे समय में आप SIP के जरिए बड़ी पूजी तैयार कर सकते हैं.
अब एक निवेशक के तौर पर आपके मन में सवाल होगा कि आपको SIP में निवेश क्यों करना चाहिए. तो आइए इस सवाल का भी जवाब जान लेते हैं.
फायदा 1 : आप जब भी निवेश करते हैं तो आपका खर्च औसत में होता है. आप जानते हैं कि बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर लगातार देखने को मिलता है. ऐसे में अगर आप SIP में निवेश करते रह रहे हैं और मार्केट में गिरावट का दौर है, तब आपको ज्यादा यूनिट्स अलॉट होंगे. जैसे मार्केट में तेजी आएगी, आपको अलॉट होने वाले यूनिट्स की संख्या कम हो जाएगी. इस प्रकार आपका खर्च औसत में बना रहेगा. अब जब बाजार में तेजी आएगी तो आपको अपने औसत खर्च पर अच्छा रिटर्न प्राप्त करने मौका होगा. इसीलिए जानकार कहते हैं कि SIP में निवेश करने वालों को बाजार के उतार-चढ़ाव के बारे में नहीं सोचना चाहिए.
फायदा 2 : दुनिया के दिग्गज निवेशक वॉरेन बफे ने 14 साल की उम्र से निवेश करना शुरू किया था. जब वे 50 साल के हुए तो उनका पैसा तेजी से कम्पाउंड होने लगा. कई बार लोग कम्पाउंडिंग को दुनिया का आठवां अजूबा भी कहते हैं. कम्पाउंडिंग के तहत आपको केवल उसी रकम पर रिटर्न नहीं मिलता, जिसे आपने निवेश किया है. बल्कि आपको पहले के मिले रिटर्न पर भी रिटर्न मिलता है.
उदाहरण के तौर पर समझना चाह रहे हैं तो मान लीजिए कि आपने किसी म्यूचुअल फंड में 1 लाख रुपये का निवेश किया है. आपको इस रकम पर एक साल में 15 फीसदी रिटर्न मिलता है. इस प्रकार आपके पास एक साल में 1 लाख 15 हजार रुपये आ गए. अब कम्पाउंडिंग की वजह से आपको इसके अगले साल 1 लाख 15 हजार रुपये पर रिटर्न मिलेगा.
फायदा 3 : अनुशासन के मामले में भी SIP को अच्छा इन्वेस्टमेंट विकल्प माना जाता है. पर्सनल फाइनेंस मैनेजर्स का कहना होता है कि किसी भी व्यक्ति को अपनी कमाई से बचत के लिए एक तय हिस्सा निकालकर ही बचे हुए रकम को खर्च करना चाहिए. SIP स्कीम में निवेश के बाद आपको पता रहता है कि एक नियमित अंतराल के बाद कितना हिस्सा निवेश करना है, इसी को देखते हुए आप अपने खर्च की प्लानिंग करते हैं. इस प्रकार एक आदत भी बनती है कि आप हर महीने कुछ बचत करने के बाद ही खर्च करते हैं.
सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में निवेश कर कम्पाउंडिंग का फायदा उठाया जा सकता है.
कैसे अपने लिए बेस्ट SIP चुनें?
किसी भी व्यक्ति का SIP चुनने से पहले यह देखना चाहिए कि वो किस वित्तीय गोल को पूरा करने के लिए निवेश करना चाहते हैं. अपनी जरूरत को समझने के बाद आप उचित म्यूचुअल फंड्स को चुन सकते हैं. इंटरनेट पर आपको यह जानकारी आसानी से मिल जाएगी कि पिछले कुछ समय में किस स्कीम पर कितना रिटर्न मिला है. आपको यह भी ध्यान रखना है कि आप उन्हीं स्कीम्स को चुनें, जिसका जोखिम उठाने के लिए आपके पास क्षमता हो. अगर आप कम जोखिम उठाना चाहते हैं तो आपको उन्हीं विकल्प को चुनना होगा, जिसमें जोखिम कम है.
SIP में कैसे करें निवेश?
1. SIP में निवेश की शुरुआत करने के लिए आपको सबसे पहले KYC औपचारिकताओं को पूरा करना होगा. इसके लिए आपको पैन कार्ड, एड्रेस प्रुफ, पासपोर्ट साइज फोटो और बैंक डिटेल्स देने के लिए चेकबुक तैयार रखना होगा.
2. अगले स्टेप में आप उस फंड हाउस की वेबसाइट पर जाएं, जहां आप SIP के जरिए निवेश करना चाहते हैं. यहां आपको अपना नाम, जन्मतिथि जैसी बेसिक जानकारी देनी होगी. पैन कार्ड, एड्रेस प्रुफ और फोटो की सॉफ्टकॉपी भी अपलोड करनी होगी.
3. इसके बाद वेरिफिकेशन के लिए वीडियो कॉल का अप्वॉइंटमेंट लेना होगा. वीडियोकॉल वेरिफिकेशन के दौरान आपको अपना आधार कार्ड और पैन कार्ड भी दिखाना होगा.
4. वेरिफिकेशन प्रोसेस पूरा होन के बाद आपको अपने पसंद के म्यूचुअल फंड स्कीम को चुनना होगा, जिसमें आप निवेश करना चाहते हैं. नया अकाउंट रजिस्टर करने के लिए आपको एक एप्लीकेशन फॉर्म भरना होगा. यहां सभी जानकारी देने के बाद आईडी पासवर्ड भी चुनना होगा. यहां आप बैंक डिटेल्स भी देंगे.
5. जब रजिस्ट्रेशन पूरा हो जाएगा और फंड हाउस की ओर से कंफर्मेशन मिल जाएगा तो इसके बाद आप निवेश करना शुरू कर सकते हैं.