विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मालपास ने भारत को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वैश्विक वृद्धि अधिक तेजी से होगी, जिसकी अगुवाई अमेरिका, चीन और भारत करेंगे. हालांकि उन्होंने कोविड-19 के कारण बढ़ती असमानता पर चिंता भी जताई.

उन्होंने कहा कि कुछ देशों में टीकाकरण और औसत आय को लेकर बढ़ती असमानता चिंता की बात है. विश्व बैंक की ओर से अमेरिका और चीन की कतार में भारत को खड़ा करना देश के आर्थिक विकास को दर्शाता है.

सभी देशों के एक समान टीका उपलब्ध नहीं होना चिंता का विषय

उन्होंने कहा, ‘लेकिन बढ़ती असमानता को लेकर चिंताएं भी है. टीकाकरण और औसत आय के संदर्भ में असमानता, जो कुछ देशों में और भी बढ़ सकती हैं. ब्याज दरों में अंतर है, जहां गरीब देशों को अधिक ब्याज चुकाना पड़ रहा है, और वहां ब्याज दरों में उनती तेजी से कमी नहीं हुई है, जितनी की वैश्विक स्तर पर हुई.’

डेविस मालपास ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक की शुरुआत में संवाददाताओं से कहा कि अच्छी खबर है कि अमेरिका, चीन और भारत की अगुवाई में वैश्विक वृद्धि तेजी पकड़ रही है. इस वार्षिक बैठक में वैक्सीन, जलवायु परिवर्तन, ऋण और सुधार जैसे मुद्दों पर विचार किया जाएगा.

गौरतलब है कि पिछले दिनों मालपास ने कहा था कि भारत सौभाग्यशाली है कि उसके पास सीरम इंस्टीट्यूट जैसा वैश्विक टीकों का एक बड़ा निर्माता है. जो देश की जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ दुनिया के लिए भी अहम है.