नई दिल्ली। दीपावली  के पर्व पर देशभर में 30 टन सोन की बिक्री हुई है। जो कि उम्मीद से अधिक है। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के राष्ट्रीय सचिव सुरेंद्र मेहता के मुताबिक बीते वर्षों मे इस बार दीपावली के दौरान देश में करीब 40 टन सोना बिकता था, लेकिन इस साल सोने की जयादा कीमत और बाजार में तरलता की कमी के कारण चलते अंदेशा था कि लिवाली 20 टन के आसपास रह सकती है।

साथ ही इस वर्ष सोन की बिक्री में पिछले साल के मुकाबले 25 फीसदी कमी आई है। पिछले साल की तुलना में इस साल सोने का भाव घरेलू बाजार में करीब 7,000 रुपये प्रति 10 ग्राम ज्यादा रहा है। सोना महंगा होने के कारण खरीदारी में सुस्ती नजर आई। हालांकि कुछ दिन पहले इतनी खरीदारी होने की उम्मीद नी थी, क्योंकि घरेलू सर्राफा बाजार में सोने के ऊंचे भाव के कारण मांग कमजोर देखी जा रही थी।

सुरेंद्र मेहता का कहना है कि ‘अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव इस साल तेज रहने और भारत में महंगी धातुओं पर आयात शुल्क बढ़ जाने के कारण घरेलू सर्राफा बाजार में दाम काफी उंचा हो गया है, जबकि लोगों के पास नकदी का अभाव है। इसलिए त्योहारी सीजन के आरंभ में सोने में मांग कमजोर देखी जा रही थी, लेकिन विगत तीन-चार दिनों में खरीदारी ने जिस प्रकार जोर पकड़ा है उससे इस दीपावली पर सोने की लिवाली तकरीबन 30 टन रही।‘

एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट (करेंसी एंड एनर्जी रिसर्च) अनुज गुप्ता ने बताया, ‘पिछले कुछ दिनों के दौरान भारतीय करेंसी रुपये में डॉलर के मुकाबले मजबूती आई है, जिससे घरेलू सर्राफा बाजार में महंगी धातु की मांग को सपोर्ट मिला है। हालांकि सोने में इस साल बेहतर रिटर्न मिलने से पीली धातु में निवेश मांग बढ़ी है।‘

सत्ता में दोबारा मोदी सरकार बनने के बाद सोने का आयात कम करने के लिए सरकार ने जुलाई में चालू वित्त वर्ष का पूर्ण बजट पेश करते हुए महंगी धातुओं पर आयात शुल्क बढ़ाकर 12.5 फीसदी कर दिया। जिससे देश में सोने भाव में बढ़ोतरी हुई है।