आईबीएम इंडिया के प्रबंध निदेशक संदीप पटेल ने कहा कि भारत में ‘डिजिटल पुनर्जागरण’ का दौर जारी है और इसे व्यावहारिक, जिम्मेदार बनाने पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है।
आईबीएम इंडिया तथा दक्षिण एशिया के प्रबंध निदेशक (एमडी) पटेल यहां ‘आईबीएम थिंक’ 2024 कार्यक्रम में कहा आज हम एक निर्णायक क्षण में हैं। हम भारत के डिजिटल पुनर्जागरण को देख रहे हैं। मैं इसे डिजिटल भारत का ‘नया दौर’ कहना चाहूंगा। आप में से हर एक व्यक्ति इसे आगे बढ़ा रहा है। आईबीएम आपके साथ मिलकर भारत में, भारत तथा विश्व के लिए नवाचार करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि हम ऐसा ‘हाइब्रिड क्लाउड’ तथा कृत्रिम मेधा (एआई) पर केंद्रित अपनी रणनीति के साथ कर रहे हैं, जो आज हमारे समय की दो सबसे अधिक परिवर्तनकारी प्रौद्योगिकियां हैं। एआई सिर्फ एक प्रचलित शब्द नहीं है, बल्कि भारत के लिए एक महत्वपूर्ण वृद्धि कारक है। आईबीएम द्वारा हाल ही में किए गए सर्वेक्षण का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि 59 प्रतिशत भारतीय उद्यम एआई का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो विश्व स्तर पर सबसे अधिक है।
पटेल ने कंपनियों से एआई का इस्तेमाल करते समय तीन बुनियादी सवालों पर विचार करने का आग्रह किया कि वास्तविक जीवन में इसके उपयोग के मामलों के लिए इसे और अधिक व्यावहारिक कैसे बनाया जाए, जिम्मेदारी के साथ इसका इस्तेमाल कैसे सुनिश्चित किया जाए और इसे दैनिक कार्यों में कैसे सहजता से शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने के लिए एआई के जिम्मेदारी भरे इस्तेमाल को बढ़ाना आवश्यक है, जिसमें पारदर्शिता, व्याख्याशीलता, मजबूती, गोपनीयता तथा निष्पक्षता शामिल है।