उद्योगों के वार्षिक सर्वे (एएसआई) में शामिल कुल 29 प्रमुख उद्योग समूहों में से कंप्यूटर विनिर्माण, इलेक्ट्रॉनिक और ऑप्टिकल प्रोडक्ट उद्योग समूह में महामारी के पहले की अवधि (2019-20)और 2022-23 के बीच काम करने वाले लोगों की संख्या में सर्वाधिक वृद्धि दर्ज की गई है। एएसआई के ताजा आंकड़ों से यह जानकारी मिलती है।
इसमें 1,000 से ज्यादा परिचालन फैक्टरियों वाले उद्योग समूहों को ही शामिल किया गया है। इस उद्योग समूह में इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट का विनिर्माण, कंप्यूटर उपकरण, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक और ऑप्टिकल इंस्ट्रूमेंट्स ऐसे क्षेत्र है, जहां इस अवधि के दौरान उद्योग में लगे लोगों की संख्या 2,83,000 से लगभग 50 फीसदी बढ़कर 4,25,000 हो गई।
इसके बाद फर्नीचर के विनिर्माण में शामिल इकाइयों का स्थान है, जहां कार्यरत लोगों की संख्या 49.5 फीसदी बढ़ी है। इसके बाद अन्य विनिर्माण का स्थान आता है, जिसमें शामिल आभूषण, मेडिकल उपकरण, संगीत से जुड़े वाद्य यंत्र और खेलकूद के सामान में कार्यरत लोगों की संख्या में 27 फीसदी वृद्धि हुई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग में रोजगार में बढ़ोतरी की वजह इस उद्योग में लचीला और अस्थायी कार्यबल है क्योंकि इस अवधि के दौरान इस उद्योग समूह में परिचालन वाली फैक्टरियों की संख्या में मामूली कमी आई है। इस उद्योग समूह में 2022-23 में चल रही फैक्टरियों की कुल संख्या 2,399 थी, जबकि 2019-20 में यह 2,419 थी।
एक श्रम अर्थशास्त्री ने नाम न सार्वजनिक करने की शर्त पर कहा, ‘कंप्यूटरों, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑप्टिकल उपकरणों का विनिर्माण बहुत ज्यादा वितरित उत्पादन प्रक्रिया है। इसमें संविदा पर ज्यादा लोग रखे जाते हैं। साल 2021-22 के दौरान 35 से 40 फीसदी कर्मचारी ठेकेदारों के माध्यम से रखे गए। इस साल के आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन संख्या और अधिक रहने की उम्मीद है।’
बहरहाल अन्य ट्रांसपोर्ट उपकरण के विनिर्माण में शामिल उद्योगों में रोजगार में सबसे ज्यादा 6.2 फीसदी की गिरावट आई है। इस क्षेत्र में काम करने वाले लोगों की संख्या इस अवधि के दौरान 4,21,000 से घटकर 3,95,000 रह गई है। अन्य ट्रांसपोर्ट उपकरण में जहाज व नावों का विनिर्माण, रेलवे लोकोमोटिव और रोलिंग स्टॉक और सैन्य युद्धक वाहन व अन्य शामिल हैं।
इसके बाद रोजगार में गिरावट वाले उद्योगों में चमड़ा उत्पाद (-4.3 फीसदी), बेवरिज (-3.8 फीसदी)और तंबाकू उत्पाद (-2.5 फीसदी) से जुड़े विनिर्माण उद्योग शामिल हैं।