इंदौर : भारत सरकार के लोकप्रिय अभियान राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के तहत इंदौर में महिला स्व—सहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया। भारत के घरेलू ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म फ्लिपकार्ट की टीम की ओर से महिलाओं को डिजिटली सक्षम बनाने की तकनीकी के बारे में विस्तार से बताया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर इंदौर के सांसद श्री शंकर लालवानी, मुख्य वक्ता के तौर पर फ्लिपकार्ट के मुख्य कॉर्पोरेट मामलों के अधिकारी श्री रजनीश कुमार सहित कई गणमान्य अतिथि शामिल हुए।
अहिल्याबाई होल्कर सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में सांसद श्री शंकर लालवानी ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि जब तक महिलाएं सशक्त नहीं होगी तब तक देश आगे नहीं बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी का विजन है कि हमारे देश की आधी आबादी आत्मनिर्भर बने। इसके लिए उन्हें डिजिटली तौर पर मजबूत होना होगा। श्री लालवानी ने फ्लिपकार्ट की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण से निश्चित तौर पर हमारी माताएं—बहने मजबूत होगी और आत्मनिर्भर बनकर देश के विकास में सहभागी बनेगी।
इस अवसर पर फ्लिपकार्ट के मुख्य कॉर्पोरेट मामलों के अधिकारी श्री रजनीश कुमार ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाओं को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में डिजिटल इंडिया अभियान में जोड़ना है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का मिशन है कि कैसे गांव और शहर के लोगों को डिजिटल क्रांति से जोड़े। इसके लिए सरकार ने खासतौर पर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं पर जोर दिया है, जो एक बड़ी वर्कफोर्स हैं। इसके लिए सरकार महिलाओं को घर बैठे रोजगार के साधन उपलब्ध करा रही है। साथ ही इन महिलाओं के प्रोडक्ट को ग्लोबल मार्केट में पेश करने की रणनीति पर काम कर रही है। इसके तहत राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म फ्लिपकार्ट से साझेदारी की है।
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म फ्लिपकार्ट पर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के बनाए गए प्रोडक्ट की मार्केटिंग की जिम्मेदारी होगी। उन्होंने कहा कि फ्लिपकार्ट भारत की सबसे बड़ी ऑनलाइन ईकॉमर्स वेबसाइट है। उन्होंने कहा कि फ्लिपकार्ट के माध्यम से हमारा लक्ष्य है महिला उद्यमियों को विशेषज्ञता, संसाधनों और उनकी उद्यमशीलता की सफलता को बढ़ावा देने के माध्यम से राष्ट्रव्यापी बाजार तक उनकी पहुंच सुनिश्चित करना। उन्होंने बताया कि किस तरह से देश भर में 18 लाख से अधिक स्व—सहायता समूह की महिलाओं के उत्पाद फ्लिपकार्ट के माध्यम बिक्री किए जा रहे हैं।
कार्यक्रम में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने फ्लिपकार्ट की टीम से प्रशिक्षण प्राप्त किया साथ ही तकनीकी जानकारी भी हासिल की कि कैसे उनके द्वारा बनाए जा रहे उत्पाद को आनलाइन बेचा जा सके। इस अवसर पर फ्लिपकार्ट की टीम ने महिलाओं के सवालों के जवाब भी दिए और तकनीकी के जानकारी देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ठोस पहल की।