बेमेतरा : एचडीएफसी बैंक ने अपनी सीएसआर पहल परिवर्तन के माध्यम से छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में बदलाव के लिए होलिस्टिक रूरल डेवलपमेंट प्रोग्राम (एचआरडीपी) के लिए सोशल डेवलपमेंट ओर्गेनाईजेशन, समर्थ चैरिटेबल ट्रस्ट के साथ भागीदारी की है। बेमेतरा जिले के मरतारा गांव के शासकीय माध्यमिक विद्यालय में आयोजित एक हैंडओवर सेरेमनी के साथ यह योजना पूरी हुई। इस कार्यक्रम ने क्षेत्र में सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए किए गए प्रयासों को पूरा होते हुए दिखाया।
2022 में शुरू की गई एचआरडीपी पहल से 12 गांवों – अटरिया, बंशापुर, बिलाई, घानाडीह, घाटोली, झालम, झांझाडीह, मरतारा, मोतीपुर, नवलपुर, पेंड्रीतराई और रामपुर को लाभ मिला है, जिससे 3,000 से ज्यादा किसानों का जीवन बेहतर हुआ है।
कार्यक्रम में ‘परिवर्तन’ के प्रमुख स्तंभ जैसे रोज़गार बढ़ाना, शिक्षा, कौशल विकास, रूरल इंफ्रास्ट्रक्चर, स्वास्थ्य, स्वच्छता और वित्तीय साक्षरता पर ध्यान केंद्रित किया गया। किसानों ने कोदो की खेती, ट्रेलिस फार्मिंग, रसायन मुक्त सब्जी की खेती, प्याज की खेती, किचन गार्डनिंग और पपीते की खेती जैसी बेहतर खेती के तरीकों को अपनाया, जिससे उन्हें प्रोडक्टिविटी और आय बढ़ाने में मदद मिली।
समुदाय की महिलाओं को बकरी पालन, मुर्गी पालन, मशरूम की खेती, तथा उपकरण एवं बीज बैंक जैसी पहलों के माध्यम से भी लाभ मिला, जिससे उन्हें आय के नए स्रोत प्राप्त हुए।
एजुकेशनल सेक्टर में सुधार देखने को मिला, स्कूलों में स्मार्ट क्लास, साइंस लैब , लाइब्रेरीज और साफ़ पीने का पानी जैसी कई सुविधाएँ स्थापित की गईं, जिससे छात्रों के लिए सीखने का माहौल बेहतर हुआ। कार्यक्रम में सोलर एनर्जी से चलने वाली स्ट्रीट लाइटें और सोलर ड्रिंकिंग वाटर भी स्थापित किये गए, जिससे गाँवों में महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर की ज़रूरतें पूरी हुईं।