भारतीय ऑटो सेक्टर इस बहुत सी परेशानियों से गुजर रहा है. ऑटो कंपनियों ने हजारों लोगों की छुट्टी कर दी है, वहीं कई हजार कर्मचारियों अभी भी अधर में है. भारतीय ऑटो उद्योग में तेजी से आई गिरावट के कारण गाड़ियों के पार्ट्स सप्लाई करने वाली 400 कंपनियों को इस वित्तीय वर्ष में 10 हजार करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है. ऑटो सेक्टर में गिरावट का सबसे ज्यादा खामियाजा लघु उद्योग को हुआ है. वाहनों की बिक्री में आई गिरावट से मुख्य रूप से छोटे पैमाने की इकाइयां प्रभावित होंगी. परेशानी ये है कि ऑटो सेक्टर में गिरावट के कारण छोटे उद्योगों के माल की खपत नहीं हो पा रही है. ऑटो पार्ट्स के खपत नहीं होने की स्थिति में उन्हें बनाने वाली छोटी कंपनियों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा. कच्चा माल बचेगा तो उन्हें बनाने वाली कंपनियां ऑटो पार्ट्स की कीमतों को कम करने पर मजबूर हो जाएंगी.
इन सब का असर ये हुआ की बहुत से लोगो को अपनी नोकरी से हाथ धोना पड़ा ऐसा ही चलता रहा तो सोचना पड़ेगा……?