डूबते को तिनके का सहारा आर्थिक संकट से जूझते हुई विमानन सेवा जेट एयरवेज को पुनर्जीवन देने के लिए अब विदेशी कंपनी ने रूचि दिखाई है। जेट एयरवेज का नियंत्रण लेने के लिए एक ब्रिटिश उद्यमी आगे आया है। यह इच्छा जताई है ब्रिटिश उद्यमी जेसन अंसवर्थ ने, उन्होंने इस बारे में जेट एयरवेज के सीईओ को लिखा है कि वह एयरलाइन के नियंत्रण शेयर खरीदने के फिर से इच्छुक हैं। जेसन इससे पहले भी जेट में निवेश करने की इच्छा जता चुके हैं, लेकिन बैंकों ने इस बारे में उन्हें कोई जवाब नहीं दिया। जेसन ने कहा कि उन्हें इस बारे में जवाब मिला है और वह जेट एयरवेज के एक वरिष्ठ अधिकारी के संपर्क में हैं, जिससे आगे की जानकारी मिलती रहे।
कब हुई बंद
जेट एयरवेज 17 अप्रैल को बंद हो गई थी। लोगों में इसके प्रति रुचि कम होने से इसकी नीलामी प्रक्रिया भी खतरे में आ गई है। कंपनी बंद होने से इसमें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कार्यरत 20 हजार से ज्यादा लोगों के भविष्य पर संकट छा गया थाl
उम्मीद लगाई जा रही है की जल्दी कोई फैसला लिया जायेगाl जिस से कंपनी में कार्यरत सभी लोगो की नौकरी बच सकेl