मैग्नीफिसेंट एमपी के समानांतर सत्र में फार्मास्युटिकल उद्योग के विकास पर हुई चर्चा
मध्यप्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा है कि मध्यप्रदेश में फार्मास्युटिकल उद्योग के क्षेत्र में विकास की बहुत ज्यादा संभावनाएँ हैं। निवेशकों की आशा के अनुरूप नीति तैयार कर मध्यप्रदेश को देश के फार्मास्युटिकल उद्योग के क्षेत्र में विशेष पहचान दिलाये जाने के लिये ठोस प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि इस उद्योग के जरिये ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार के अवसर दिलाये जायेंगे। सिलावट आज मैग्नीफिसेंट एमपी समिट में “एमपी द इमर्जिंग फार्मास्युटिकल डेस्टीनेशन” सत्र को सम्बोधित कर रहे थे। कि इंदौर का फार्मास्युटिकल उद्योग प्रदेश में अपनी अलग पहचान रखता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस क्षेत्र में छोटी औद्योगिक इकाइयों के हितों का पूरा-पूरा ख्याल रखेगी। उन्होंने निवेशकों से दवा उत्पादन के साथ-साथ हेल्थ केयर, रिसर्च सेक्टर और कॉस्मेटिक सेक्टर में निवेश करने का अनुरोध किया।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि नई सरकार के गठन के बाद फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री में 700 करोड़ रूपये का निवेश हुआ है और 10 हजार से अधिक रोजगार के अवसर पैदा किये गये हैं।
सामानांतर सत्र में सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री के श्री दिलीप संघवी ने बताया कि उनका लक्ष्य गुणवत्तापूर्ण दवाई तैयार कर उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराना रहा है। उनका उद्योग समूह दवा उत्पादन के साथ रिसर्च के क्षेत्र में भी काम कर रहा है। मण्डला जिले को मलेरिया मुक्त करने के लिये वेक्सीनेशन पर रिसर्च किया जा रहा है। श्री संघवी ने कहा कि इस क्षेत्र में स्किल ट्रेनिंग में निवेश की अच्छी संभावनाएँ हैं।
बंसल समूह के श्री सुनील बंसल ने बताया कि उनका उद्योग समूह 8 सेक्टर में कार्य कर रहा है। भोपाल में 300 बेड के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल को अच्छा रिस्पांस मिला है। इसको बढ़ाकर एक हजार बिस्तर किया जा रहा है। इसके अलावा इंदौर में भी बंसल समूह 300 बिस्तर का अस्पताल शुरू करने जा रहा है। उन्होंने इस क्षेत्र में एकमुश्त दी जाने वाले सब्सिडी को वर्ष दर वर्ष किये जाने का अनुरोध किया।
उद्योगपति श्री वरूण गैरा ने मेडिकल इक्युपमेंट उत्पादन में निवेश की संभावनाओं को बताया। उद्योगपति एस. ईश्वर रेड्डी ने देश के दवा उद्योग के उत्पादों की विदेश में अच्छी संभावना पर जानकारी दी। हर्बल ड्रीम्स इंदौर के श्री परीक्षित सेठी ने कॉस्मेटिक क्षेत्र में निवेश की संभावनाएँ बताईं।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्रीमती पल्लवी गोविल ने बताया कि आयुष्मान योजना के बाद हेल्थ केयर में निवेश की संभावनाएँ ज्यादा बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि फार्मास्युटिकल क्षेत्र में छोटे उद्योगों को बढ़ावा दिया जायेगा। श्रीमती गोविल ने स्वास्थ्य क्षेत्र निवेश प्रोत्साहन योजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मल्टी अथवा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज खोलने पर 25 प्रतिशत पूंजी निवेश अनुदान दिया जा रहा है। मध्यप्रदेश के मूल निवासी को नर्सिंग तथा पैरामेडिकल स्टाफ के कौशल उन्नयन प्रशिक्षण दिये जाने पर संस्थान की वास्तविक व्यय राशि की 25 प्रतिशत की प्रतिपूर्ति की जायेगी। उन्होंने रियायती दर पर भूमि आवंटन नियम की जानकारी भी दी।