एचडीएफसी बैंक को पहले नेशनल कॉर्पोरेट सोशल रेस्पोंसिबिलिटी अवार्ड्स में कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय द्वारा सम्मानित किया गया। बैंक का गौरवपूर्ण उल्लेख कृषि एवं ग्रामीण विकास श्रेणियों में नेशनल प्रायरिटी स्कीम्स में इसके योगदान के लिए किया गया। ये अभियान एचडीएफसी बैंक परिवर्तन का हिस्सा हैं, जो बैंक में सभी सामाजिक अभियानों के लिए अम्ब्रेला है।

एचडीएफसी बैंक भारत में 54 मिलियन जिंदगियों को छू चुका है। इसका एक फ्लैगशिप प्रोग्राम, होलिस्टिक रूरल डेवलपमेंट प्रोग्राम (एचआरडीपी) है, जिसे इस समारोह में सम्मानित किया गया।

समावेशी वृद्धि व सतत विकास हासिल करने के लिए कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय द्वारा कॉर्पोरेट सोशल रिस्पोंसिबिलिटी के क्षेत्र में इंडिया इंक के योगदान को सम्मानित करने के लिए गठित किया गया नेशनल सीएसआर अवार्ड भारत सरकार द्वारा इस क्षेत्र में दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है। भाग लेने वाली 528 कंपनियों में से ज्यूरी ने अवार्ड की तीन श्रेणियों में 19 विजेताओं का चयन किया तथा 19 गौरवपूर्ण उल्लेख किए।

एचडीएफसी बैंक की ग्रुपहेड – सीएसआर, मिस आशिमा भट्ट ने कहा, ‘‘हमें परिवर्तन के तहत किए गए इस प्रयासों के सम्मानित होने की खुशी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एचडीएफसी बैंक में हमारा विश्वास है कि भारत के सतत व समावेशी विकास के लिए हमारे गांवों को षहरों के तालमेल में विकसित होना जरूरी है। भारत के गांवों में, कृषि आज भी आजीविका का प्रमुख स्रोत है, इसलिए हम एचआरडीपी द्वारा व्यवहारिक परिवर्तन लाने का प्रयास कर रहे हैं। हम सरकार के आदर्श गांव अभियान के अनुरूप संपूर्ण आर्थिक व सामाजिक परिस्थितियों में सुधार के लिए एक ईकोसिस्टम का निर्माण कर रहे हैं।’’