नई दिल्ली: देश में चल रही अर्थव्यवस्था की सुस्ती के बीच एक अच्छी खबर आई है। दुनियाभर की बड़ी अर्थव्यवस्था की करेंसी के मुकाबले भारतीय करेंसी में जोरदार उछल आया है। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया एक फीसदी से ज्यादा मजबूत हुआ है।
न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक एशिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की करेंसी में भारतीय रुपये ने सबसे ज्यादा मज़बूती दिखाई है। हालांकि, अक्टूबर और नवंबर महीने में भारतीय रुपया एक फीसदी से ज्यादा तक कमजोर हुआ था।
आम आदमी पर असर
गौरतलब है कि भारतीय रुपये की मजबूती का सीधा असर पेट्रोल-डीज़ल की कीमत पर होता है क्योंकि भारत अपनी जरुरत का 80 फीसदी विदेशों से खरीदता है। ऐसे में भारतीय तेल कंपनियों को विदेशों से कच्चा तेल खरीदने के लिए कम डॉलर खर्च करने होंगे। लिहाजा इसका फायदा घरेलू ग्राहकों को भी मिलेगा।