मकर सक्रांति के त्यौहार का बहुत खास महत्व होता है। इस दिन बहुत से शहरों में मकर सक्रांति का त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन के लिए लोग पतंग और मांझे की खरीदी जमकर करते हैं। लेकिन इस साल महंगाई की मार और जीएसटी की वजह से पतंग बाजार में सन्नाटा छाया हुआ है। हर साल के मुकाबले इस साल बाजार में पतंग की खरीदारी 70 प्रतिशत तक कम हो गई है।

इस बार ये खास त्यौहार फीका पड़ा हुआ है। ये इसलिए क्योंकि महंगाई ने ना सिर्फ घर का बजट बिगाड़ा है बल्कि बाजार भी फीके पड़े हुए है। दरअसल, इस साल आसमान में उड़ने वाली पतंग को महंगाई के मांझे ने ऐसा काटा है कि पतंग व्रिकेता मायूस हैं। बता दे कि, पहले जहां बाजार में पंतग 10,15 रुपए में मिलती थी। वहीं इस बार पतंग की कीमत 20 रुपए और उससे ज्यादा हो गई हैं।

इसके आलावा पतंग की डोर सौ रुपए पार हैं। शहर में पतंग की दुकाने सजी हुई हैं। बाजार पतंग से भरे हुए लेकिन खरीदार ना के बराबर ही हैं। जिससे पतंग बेचने वालों के चेहरे पर मायूसी छाई हुई हैं। इस बार खरीदारी के लिए बाजार जाने वाले लोगों का कहना है कि पतंगबाजी का सालभर इतंजार रहता है। लेकिन महंगाई और जीएसटी की वजह से इनकी कीमत आसमान छू रही हैं। पहले जहां कम पैसे में अपनी मर्जी से पतंग खरीद लिया करते थे। वहीं आज इसे खरीदने के लिए सोचना पड़ता है कि क्या लें।