देश के दूर-दराज के गांवों की कारीगरी को लोगों तक सीधे पहुंचाने के लिए 16 दिवसीय प्रदर्शनी “खादी बाज़ार- 2020”का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रदर्शनी का आयोजन खादी ग्रामोद्योग भवन, खादी ग्रामोद्योग आयोग एवं सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा पूज्य महात्मा गांधी जी की 150 वीं जयंती के उपलक्ष्य में शहर के अर्बन हाट बाज़ार में किया जा रहा है।  प्रदर्शनी  8 मार्च 2020 तक रहेगी। इस प्रदर्शनी में हर प्रकार के खादी ग्रामोद्योगी उत्पाद मिल रहे हैं। प्रदर्शनी का उद्घाटन माननीय शंकर जी लालवानी द्वारा फीता काट कर किया गया।

इस अवसर पर शंकर लालवानी जी ने कहा – प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य देशभर में खादी एवं ग्रामोद्योग के उत्पादनकर्ताओं को बिक्री हेतु प्लेटफार्म उपलब्ध करना हैl विगत पांच वर्षों में भारत सरकार द्वारा खादी पर विशेष ध्यान दिया गया है तथा इसकी बिक्री में भी 30 से 40 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। देशभर में खादी के 7500 आउटलेट के माध्यम से खादी एवं ग्रामोद्योग की बिक्री की जा रही है जिसके कारण ग्रामीण क्षत्रो में खत्तिन बुनकर कारीगरों के जीवन में अभूतपूर्व सुधार हुआ है। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत विगत 4 वर्षों में 14 करोड़ के लक्ष्य के विरुद्ध 330 इकाइयों में 18.73 करोड़ की अनुदान राशि प्रदान कर 2640 लोगों को रोजगार प्रदान किया गया।

राज्य निर्देशक श्री प्रवीर कुमार ने बताया – अर्बन हाट बाज़ार में 75 से अधिक स्टॉल्स लगाए गए हैं। खादी ग्रामोद्योगी संस्थाएं गांवों में बनने वाली वस्तुओं को लेकर आई हैं। आज का युवा वर्ग फैशन के रूप में खादी को खासा पसंद कर रहा है। प्रदर्शनी में खादी तथा ग्रामोद्योग आयोग द्वारा युवाओं को अपना उद्योग लगाने के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण रोजगार सृजन कार्यक्रम के अंतर्गत संचालित योजनाओं की जानकारी भी दी जा रही है। इस प्रदर्शनी में पीएमईजीपी (प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम) के अंतर्गत ग्राम उधोग से सम्बंधित स्टॉल भी यहाँ पर होंगे । यहाँ पर उन प्रोडक्ट्स को प्रमोट और मार्किट कर रहे है जो ग्राम उद्योग गृह उद्योग से सम्बंधित है ।

प्रदर्शनी के संयोजक, श्री पंकज दुबे ने बताया – यहां पर देश के कई प्रांतों के खादी और ग्रामोद्योगी उत्पाद लोगों का मन मोह लेंगे हैं। इको फ्रेंडली क्लॉथ के नाम से लोकप्रिय खादी में विभिन्न वेरायटी अनेक रेंज में उपलब्ध है।  खादी ग्रामोद्योगी संस्थाएं कम पूंजी में लाखों ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध करा रही हैं। इस प्रदर्शनी में उत्तर प्रदेश, महराष्ट्र, पंजाब, गोवा, असाम, कोलकत्ता से कारीगर बुलाए गए है l