कानपुर। बेहतर प्रतिभाओं को आगे लाने के कार्य को समर्पित  संस्था यूके बेस्ड ग्लोबल टैलेंट इन्वेस्टर, तथा भारतीय प्रैद्योगिकी संस्थान, कानपुर (आईआईटी,के) द्वारा प्रोत्साहित/स्थापित एक सेक्शन 8 कंपनी, फाउंडेशन फ़ॉर इनोवेशन एंड रिसर्च इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी (एफ.आई.आर.एस.टी. – फर्स्ट)  ने साथ मिलकर एक बहुत महत्वपूर्ण दिशा में कदम आगे बढ़ाया है। इसके अंतर्गत टेक एंटरप्रेन्योर्स बनने के इच्छुक लोगों के लिए एक मजबूत और सहयोगी इकोसिस्टम बनाने का काम किया जाएगा। दोनों संस्थाओं की यह पार्टनरशिप उन असाधारण प्रतिभाशाली लोगों को आगे बढ़ने के में मदद करेगी जो किसी भी प्रकार का टेक वेन्चर शुरू करने के इच्छुक हैं। ईएफ, स्टार्टअप के एकदम शुरुआती चरण में ही एक को-फाउंडर को खोजने की प्रक्रिया में सहयोग देगा, साथ ही स्टार्टअप के आइडिया, बिजनेस मॉडल तथा प्री-सीड निवेश जैसी चीजों के लिए मेंटर की भूमिका भी निभाएगा। इस स्टार्टअप के पास अगले कदम के रूप में आईआईटीके बिजनेस इंक्यूबेटर तक पहुंचने का अवसर होगा, जिसके जरिये वह विशेषज्ञ सलाहकार का एक नेटवर्क बनाने तथा प्रोटोटाइपिंग एवं ग्रांट्स (अनुदान) तक पहुंचने में सफलता पा सकेगा। यह पार्टनरशिप आईआईटीके तथा उससे संबद्धता प्राप्त संस्थानों के स्मार्ट टेक्निकल ग्रेजुएट्स एवं शोधकर्ताओं (रिसर्चर्स) को उस संभावित प्रभाव को दर्शाने में भी मदद करेगी, जो वे अपनी एंटरप्रेन्योरशिप के जरिये रच सकते हैं.
गौरतलब है कि एंटरप्रेन्योर फर्स्ट ने भारत में प्रतिभा निवेश में अग्रणी भूमिका निभाई है और अब तक वह केवल 18 महीनों में ही 20 कंपनियों को बनाने और उनमें निवेश करने का काम कर चुका है. अब आइआइटीके के साथ उसकी यह सहभागिता एंटरप्रेन्योर फर्स्ट की भारत में टेक एंटरप्रेन्योरशिप को तेजी से आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता को और आगे बढ़ाएगी।
इस कोलैबरेशन/ सहयोग के मुख्य फीचर्स होंगे:
* ईएफ तथा आईआईटीके दोनों ही महत्वाकांक्षी तथा प्रतिभाशाली व्यक्तियों को इस बारे में जानकारी देंगे कि कैसे वे ईएफ में एक टेक कम्पनी प्रारम्भ करके अपनी सामर्थ्य को बढ़ा सकते हैं.
* ईएफ से आने वाले स्टार्टअप्स के पास आईआईटी कानपुर के दक्ष और कुशल मेंटर्स तक पहुँचने का अवसर होगा और इनमें से जो उपयुक्त होंगे उन्हें आईआईटी कानपुर इन्क्यूबेटर में सभी लैब टेक्निकल सपोर्ट सुविधाओं के साथ फ़ास्ट ट्रैक कर दिया जायेगा।
* आईआईटीके इस बात से परिचित है कि ईएफ के पास एक अग्रणी मॉडल है जो किसी भी व्यक्ति में तब निवेश कर देता है, जब उनके पास कोई कम्पनी भी नहीं होती। इस मॉडल की वजह से भारत में टेक एंटरप्रेन्योरशिप अनलॉक हो सकेगी।
* ईएफ इस बात को स्वीकारता है कि आईआईटीके इन्क्यूबेटर की वजह से डीप टेक कंपनियों को वह महत्वपूर्ण टेक्नीकल सपोर्ट मिल सकता है जो उनकी वृद्धि को तेजी से गति से सकता है.
आईआईटी कानपुर के साथ अपनी इस सहभागिता के बारे में बात करते हुए, एशा तिवारी, जनरल मैनेजर, एंटरप्रेन्योर फर्स्ट, इंडिया ने कहा-‘यह सहभागिता, भारत में टेक इकोसिस्टम के शुरूआती चरण को और मजबूत बनाने की दिशा में एक बहुत महत्वपूर्ण कदम है. यह एक चुनौती से भरा समय है, लेकिन इस स्थिति में आईआईटीके तथा ईएफ दोनों मिलकर एंटरप्रेन्योर्स को शुरूआती चरण में मदद करने की ओर काम करेंगे। ईएफ ऐसी कई बाधाओं का समाधान करती है जो अभिलाषी स्टार्टअप फाउंडर्स को मुश्किल में डालती हैं. इनमें को-फाउंडर को ढूंढने से लेकर आइडिएशन, मेंटरशिप और फाइनेंशियल सपोर्ट तक शामिल है. इसके साथ ही विशेषज्ञों तक पहुँच से लेकर लैब सुविधाओं और आईआईटीके का नेटवर्क मिलकर महत्वाकांक्षी व्यक्तियों के लिए बहुत ताकतवर संसाधन बन जाते हैं, जिससे वे अपने टेक स्टार्टअप को रच सकते हैं और तेजी से आगे बढ़ा सकते हैं.’
प्रोफेसर अमिताभ बंदोपाध्याय, फैकल्टी हेड, आईआईटीके इन्क्यूबेटर के अनुसार-‘एंटरप्रेन्योर फर्स्ट के साथ मिलकर काम करने को लेकर हम उत्साहित और प्रसन्न हैं. यह उद्योग के साथ ही शैक्षणिक समुदाय के लिए भी एक विन-विन सिचुएशन (सबके लिए शुभ  फलदाई स्थिति) होगी। ईएफ हमारी तीव्रबुद्धि, तकनीकी  प्रतिभाओं को-फाउंडर्स के तौर पर सही बिजनेस एक्सपर्ट ढूंढने तथा महत्वाकांक्षी व्यवसाय निर्माण में मदद करेगा, जिनको हम आगे अपने इन्क्यूबेटर के जरिये और सहायता दे सकेंगे। वर्तमान समय में तीव्र बुद्धि वाले, प्रतिभाशाली दिमागों को वैश्विक समस्याओं के नए इनोवेटिव समाधानों की दिशा में काम करने की जरूरत है।’ उन्होंने आगे कहा-‘ FIRST/IIT कानपुर का इनोवेशन इकोसिस्टम इस तथ्य को स्पष्ट करता है कि केवल पिछले दो महीनों में ही आईआईटी कानपुर द्वारा इन्क्यूबेट की गई कंपनियों ने, ऐसे तीन उत्पादों को बाजार में उतारने में सफलता पाई है जो कोविड-19 समस्या के विभिन्न पहलुओं से लड़ने का लक्ष्य रखते हैं. ईएफ के साथ इस सहभागिता से इस इकोसिस्टम को और बढ़ाएगी।’
इस सहभागिता कार्यक्रम के हिस्से के तौर पर दो ब्रांड्स, विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं तथा आईआईटीके एवं इससे संबद्धता प्राप्त संस्थानों के पूर्व विद्यार्थियों को वेबिनार्स, इंटरेक्टिव डिस्कशन्स तथा ऑनलाइन मेंटरशिप के जरिये समर्थ फाउंडर्स से जोड़ेंगे। हाल ही में इसी कड़ी में आयोजित किये गए वेबिनार को बहुत सफलता प्राप्त हुई थी, जिसमें 200 से भी अधिक लोगों ने भाग लिया था. इसमें उन स्टार्टअप फाउंडर्स को फीचर किया गया था जिन्होंने ईएफ कार्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा किया था और आज आगे वृध्दि कर रहे हैं. उन्होंने अभिलाषी (इच्छुक) एंटरप्रेन्योर्स को अपनी इस यात्रा के बारे में बताने के साथ ही उनके सवालों के जवाब भी दिए और उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया।