बिरला सेल्यूलोज़ की स्पीयरहेडिंग सस्टेनेबल फैशन पर की गई बिरला सेल्यूलोज़ की केस स्टडी को आइवी पब्लिशिंग द्वारा प्रकाशित किया गया था। इसके बाद इसने हार्वर्ड बिज़नेस रिव्यू केस कलेक्शन में जगह पाई। बिरला सेल्यूलोज़, जो कि प्रमुख अग्रणी समूह आदित्य बिरला ग्रुप का एक हिस्सा है और दुनिया के सबसे बड़े मैन-मेड सेल्यूलॉइज़ फाइबर निर्माताओं में से एक है, उसको हार्वर्ड केस स्टडी सूची में प्रदर्शित किया गया है। बिरला सेल्यूलोज़ ने अपनी केस स्टडी ‘बिरला सेल्यूलोज़: स्पीयरहेडिंग सस्टेनेबल फैशन’ के जरिये इस सूची में स्थान पाया है। इस स्टडी को वैश्विक दृष्टिकोण के साथ बिजनेस केस स्टडी उपलब्ध करवाने वाले अग्रणी प्रकाशक, प्रतिष्ठित आईवी पब्लिशिंग, द्वारा प्रकाशित किया गया है।

इस केस का लेखन प्रोफेसर उत्कर्ष मजूमदार (विजिटिंग फैकल्टी- आईआईएम उदयपुर तथा मेम्बर ऑफ द बोर्ड ऑफ गवर्नर्स, आईआईएम रायपुर) तथा नम्रता राणा/राना- डायरेक्टर ऑफ फ्यूचरस्कैप द्वारा किया गया है। यह केस स्टडी हार्वर्ड बिजनेस रिव्यू तथा हार्वर्ड बिजनेज स्कूल पब्लिशिंग केस कलेक्शन में उपलब्ध है।

इस विशेष उपलब्धि के बारे में बताते हुए, श्री दिलीप गौर- बिजनेस डायरेक्टर, बिरला सेल्यूलोज़ आदित्य बिरला ग्रुप तथा मैनेजिंग डायरेक्टर, ग्रेसिम इंडस्ट्रीज़, ने कहा -‘सस्टेटनेबिलिटी हमारी व्यवसायिक रणनीति का केंद्र है। हमें प्रसन्नता है कि सस्टेटनेबिलिटी के क्षेत्र में लीडरशिप की ओर बढ़ रही हमारी यात्रा को इस शोध अध्धयन के प्रकाशन के साथ ही वैश्विक स्तर पर पहचान मिल गई है। यह अध्धयन (स्टडी) बताता है कि कैसे बिरला सेल्यूलोज़ ने सस्टेटनेबिलिटी सम्बन्धी चुनौतियों को स्वीकार् किया और उनके समाधान खोजते हुए सस्टेटनेबिलिटी को एक विनिंग बिजनेज स्ट्रेटजी के रूप में परिवर्तित करने में सफलता पाई।’

प्रोफेसर उत्कर्ष मजूमदार ने कहा-‘यह केस क्राइसिस मैनेजमेंट, लीडरशिप, संसाधनों का सर्वोत्कृष्ट तरीके से प्रबंधन तथा सस्टेटनेबिलिटी का उपयोग कॉम्पिटिटिव एडवांटेज (प्रतिस्पर्धात्मक लाभ) के तौर पर करने जैसे कई पहलुओं को प्रदर्शित करता है।’

सुश्री नम्रता राणा ने कहा-‘यह केस उस संकट को सामने लाता है जिसका मुकाबला किया गया और इस बात को दर्शाता है कि किस तरह कम्पनी ने विपरीत स्थिति को संभाला। साथ ही यह बिना किसी पर उंगली उठाये, आत्मवलोकन तथा आत्मालोचना द्वारा सहभागी नेतृत्व तथा निर्णय से मिली वाली सीख की ओर इशारा करता है।’

श्री मुकुल अग्रवाल, चीफ सस्टेटनेबिलिटी ऑफिसर, बिरला सेल्यूलोज़, आदित्य बिरला ग्रुप ने कहा-‘यह नई उपलब्धि हमें बहुत प्रेरित करती है कि सस्टेटनेबिलिटी को सुधारने  की दिशा में हमारे द्वारा किये जा रहे समर्पित प्रयासों का एक अध्धयन (केस) के रूप में  दस्तावेजीकरण किया गया है जो कि हार्वर्ड बिजनेस रिव्यू केस कलेक्शन में स्ट्रेटजी और लीडरशिप के लिए एक लर्निंग टूल की तरह उपलब्ध है।’