राफेल, सुखोई और मिग-21 उड़ाने के बाद अब भारतीय वायुसेना (आईएएफ) की महिला पायलट मिग-29 उड़ाने को तैयार हैं. सूत्रों की तरफ से जो जानकारी दी गई है, उसके मुताबिक जल्‍द ही एक महिला पायलट मिग-29 की स्‍क्‍वाड्रन को ज्‍वॉइन करने वाली हैं.

गौरतलब है कि पांच साल पहले आईएएफ ने महिला फाइटर पायलट के तौर पर ऑफिसर्स को कमीशन देना शुरू किया था. यहां से लेडी ऑफिसर्स के रोल पूरी तरह से बदल गए हैं. आईएएफ के इस फैसले को एतिहासिक माना गया था. फैसले को लेडी ऑफिसर्स के लिए टर्निंग प्‍वाइंट करार दिया गया था.

पांच साल पुराने फैसले ने बदल दिया स्‍वरूप

आईएएफ सूत्रों की तरफ से कहा गया है कि पायलट्स को नियमों के तहत फाइटर स्‍क्‍वाड्रन्‍स भेजा गया है. इसका किसी भी जेंडर से कोई लेना-देना नहीं है. पिछले वर्ष आईएएफ ने फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांग सिंह को अंबाला स्थित हरियाणा की पहली राफेल स्‍क्‍वाड्रन में तैनाती के लिए भेजा था.

अब तक आईएएफ में 10 महिलाओं को फाइटर पायलट के तौर पर वायुसेना में कमीशन किया जा चुका है. इन महिला पायलट्स को आईएएफ की एक्‍सपेरीमेंटल स्‍कीम के तहत शामिल किया गया था.

साल 2015 में आईएएफ ने इस स्‍कीम के तहत लेडी ऑफिसर्स को कमीशन देने का ऐलान किया था. इसे एक एतिहासिक लम्‍हा बताया गया. ज्‍यादातर महिला पायलट्स ने मिग-21 के साथ अपनी शुरुआत की थी.

मिग-29 को किया गया है अपग्रेड

एक आईएएफ अधिकारी की मानें तो महिला और पुरुष पायलट की परफॉर्मेंस में कोई भी अंतर नहीं होता है. वो पूरी तरह से मिल‍िट्री प्रोफेशनल्‍स हैं जिन्‍हें खास रोल्‍स को पूरा करने के लिए पूरी तरह से ट्रेनिंग दी गई है.

पिछले एक दशक में आईएएफ ने मिग-29 के बेड़े को नए एवॉनिक्‍स, हथियारों, रडार और हेलमेट माउंटेड डिस्‍प्‍ले के साथ अपग्रेड किया गया है.

इस अपग्रेड में मिग के एयरफ्रेम की ओवरहॉलिंग को पूरा किया गया तो साथ ही इसे उड़ान के दौरान रि-फ्यूलिंग सिस्‍टम से भी लैस किया गया ताकि इसकी रेंज बढ़ाई जा सके.

नौसेना ने भी की पहल

8 मार्च को अंतरराष्‍ट्रीय महिला दिवस के मौके पर भारतीय नौसेना ने एक बड़ा ऐलान किया. करीब 25 साल बाद नेवी ने वॉरशिप पर लेडी ऑफिसर्स को तैनात किया है. नौसेना सूत्रों की तरफ से बताया गया है कि नेवी अब लेडी ऑफिसर्स करे और ज्‍यादा जिम्‍मेदारियां सौंपने पर विचार कर रही है.

नौसेना में पहली बार 1990 के दशक में लेडी ऑफिसर्स को किसी वॉरशिप पर तैनात किया गया था. उस समय वो नेवी की लॉजिस्टिक्‍स और मेडिकल ब्रांच से जुड़ी ऑफिसर्स थी.

इन ऑफिसर्स भारत के इकलौते एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रमादित्‍य और फ्लीट टैंकर आईएनएस शक्ति पर तैनात किया गया है. इससे पहले सन् 1997 में आईएनएस ज्‍योति पर लेडी ऑफिसर्स को तैनात किया गया था.

आईएनएस विक्रमादित्‍य पर दो महिला अधिकारी और दो लेडी ऑफिसर आईएनएस शक्ति पर तैनात हुई हैं.

आने वाले दिनों में लेडी ऑफिसर्स के रोल को और बढ़ाया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक आने वाली वॉरशिप्‍स पर महिलाओं के लिए अलग से सुविधाएं होंगी तो ऐसे में उनकी भूमिका का भी विस्‍तार भी होगा.

सेना में भी बड़ी भूमिका की तैयारी

इस समय सेना, नौसेना और वायुसेना में 9,118 महिलाएं हैं. पिछले माह सरकार की तरफ से संसद में इस बात की जानकारी दी गई थी. जल्‍द ही सेना की एविएशन विंग में भी महिलाओं के लिए नए मौके आने वाले हैं.

अभी तक सेना की एविएशन विंग में महिलाओं को सिर्फ ग्राउंड ड्यूटी का जिम्‍मा मिला हुआ है. सेना की एविएशन विंग में हेलीकॉप्‍टर्स ऑपरेट होते हैं. सेना में महिला पायलट्स की ट्रेनिंग जुलाई 2021 में शुरू होगी. जुलाई 2022 में ये ऑफिसर्स फ्लाइंग ड्यूटीज को पूरा करने लगेंगी.