नियामक मानकों से आगे बढ़ते हुए और कड़े EU BAT मानकों की ओर बढाये कदम
बिरला सेल्युलोज़ के विलायत, भारत स्थित, ग्रेसिम सेल्यूओसिक डिवीज़न, ने कार्बन- डायसल्फाइड एब्जॉर्प्शन प्लांट (सीएपी) को स्थापित करने में सफलता हासिल की। इसके साथ ही इसने EU BAT में सन्दर्भित सल्फर-टू-एयर एमिशन (सल्फर से हवा में होने वाले उत्सर्जन) नियत मानकों (EU सर्वोत्तम उपलब्ध तकनीक BREFs) को भी विस्कोज़ मेन्युफेक्चरिंग प्रक्रिया के लिए प्राप्त किया।
यह अभियान बिरला सेल्युलोज के उस लक्ष्य के साथ जुड़ा है, जिसके अंतर्गत इसकी सभी फाइबर लोकेशनों पर सर्वोत्तम उपलब्ध तकनीकों (EU BAT) का प्रयोग करने और 170 मिलियन डॉलर्स के निवेश की प्रक्रिया जारी है और वर्ष 2022 के अंत तक इसे प्राप्त करने का प्रयास रहेगा।
श्री एच के अग्रवाल, चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, बिरला सेल्युलोज ने जानकारी देते हुए कहा-‘एमएमसीएफ उद्योग में सर्वोत्तम उपलब्ध तकनीकों को अपनाना, सस्टेनेबल तौर तरीकों में ग्लोबल लीडरशिप को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। हम अपने प्रदर्शन में निरन्तर सुधार करने के लिए इनोवेशन में निवेश कर रहे हैं। यही कारण है कि हमारे उत्पाद सस्टेनेबिलिटी क्रेडेंशियल्स के साथ प्रस्तुत होते हैं जो कि एक एक ग्लोबल बेंचमार्क है।’ गौरतलब है कि बिरला सेल्युलोज ने पहले ही अपने प्रबंधन युक्त जंगलों में, कार्बन पर रोक लगा कर, स्कोप 1 व 2 उत्सर्जन में कार्बन न्यूट्रेलिटी को प्राप्त कर लिया है। इसके साथ ही बिरला सेल्युलोज को इसके सस्टेनेबल फॉरेस्ट्री कार्यों तथा नेक्स्ट जेन समाधानों में इनोवेशन्स के लिए, कैनोपी की हॉट बटन रिपोर्ट में पहली रैंक भी प्रदान की जा चुकी है। बिरला सेल्युलोज ने इसके अतिरिक्त विस्कोज़ की मैन्यूफैक्चरिंग में सबसे कम वाटर इंटेंसिटी (पानी की गहनता) के लिए भी ग्लोबल बेंचमार्क स्थापित किया है।
ग्रेसिम विलायत में अत्याधुनिक, क्लोज़ड-लूप तकनीकों को स्यापित किया है ताकि CS2, को रिकवर और रीसायकल किया जा सके। CS2 विस्कोज़ की मैन्यूफैक्चरिंग प्रक्रिया के लिये महत्वपूर्ण रॉ मटेरियल (कच्चा माल) है। इन तकनीकों के साथ, यह साइट अपने उत्सर्जन को महत्वपूर्ण रूप से घटाने और सल्फर के मामले में 90-95 प्रतिशत रिकवरी पाने और इसे प्रक्रिया में फिर से रीसायकल करने में सक्षम है। इसके साथ ही यह साइट सभी अन्य EU BAT मापदंडों की भी बराबरी करती है। इस बात की पुष्टि, सस्टेनेबल टैक्सटाइल सॉल्यूशन्स, यूके (STS) द्वारा हाल ही में किये गए एक ऑडिट द्वारा की गई। यह साइट ZDHC MMCF जिम्मेदार विस्कोज़ प्रोडक्शन के मानकों से भी मेल खाती है।
उल्लेखनीय है कि विलायत, बिरला सेल्युलोज की फ्लैगशिप साइट्स में से एक है और जारी विस्तार प्रक्रिया के बाद से यह दुनिया की सबसे बड़ी MMCF मेन्युफेक्चरिंग साइट बन जाएगी। विलायत साइट पर अभी जारी विस्तार का प्रोजेक्ट EU BAT आवश्यकताओं के अनुरूप डिजाइन किया गया है और इसे कम ऊर्जा खपत के हिसाब से भी डिजाइन किया गया है।