देश की दिग्गज ऑटो कंपनी टाटा मोटर्स (Tata Motors) ने आज अपने वित्त वर्ष 2021-22 के पहली तिमाही के नतीजे घोषित कर दिए हैं। जून तिमाही में कंपनी का घाटा कम होकर 4,450.92 करोड़ रुपये पर आ गया है जो कि वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में 8,437.99 करोड़ रुपये पर रहा था।
इस अवधि में कंपनी के घाटे का आंकड़ा अनुमान से कहीं ज्यादा रहा है। CNBC-TV18 के पोल में अनुमान किया गया था कि पहली तिमाही में कंपनी का घाटा 1,379 करोड़ रुपये पर रह सकता है.
इस अवधि में कंपनी की कंसोलिडेटेड आय सालाना आधार पर करीब दोगुनी बढ़ोतरी के साथ 66,406.45 करोड़ रुपये पर आ गई है जो कि वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में 31,983.06 करोड़ रुपये पर रही थी। CNBC-TV18 के पोल में अनुमान किया गया था कि इस अवधि में कंपनी की आय 65,451 करोड़ रुपये पर रह सकती है।
पहली तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटड EBITDA margin 8.3 फीसदी पर रहा है जबकि CNBC-TV18 के पोल में इसके 9.8 फीसदी पर रहने का अनुमान किया गया था।
पहली तिमाही में कंपनी के JLR सेगमेंट का नेट लॉस 11 करोड़ पाउंड पर रहा था । CNBC-TV18 के पोल में इसके 5.6 करोड़ पाउंड पर रहने का अनुमान किया गया था।
JLR सेगमेंट का एबिटडा मार्जिन इस अवधि में 9 फीसदी पर रहा है। CNBC-TV18 के पोल में इसके 10.3 फीसदी पर रहने का अनुमान किया गया था।
टाटा मोटर्स के घरेलू कारोबार में पिछले साल की पहली तिमाही की तुलना में वित्त वर्ष 2021-22 के पहली तिमाही में अच्छा सुधार देखने को मिला है। हालांकि भारत में कोरोना की दूसरी लहर और सप्लाई से जुड़ी दिक्कतों के कारण वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही के ग्रोथ में वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही की तुलना में कमजोरी देखने को मिली है।
कंपनी ने बताया है कि पहली तिमाही में JLR की रिटेल सेल सालाना आधार पर 68.1 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 1,24,537 वाहन रही है। कंपनी ने कहा है कि कंपनी की बिक्री में महामारी के चपेट से निकलने के संकेत दिख रहे हैं और इसमें तेजी आती दिख रही है।
कंपनी ने अपने आधिकारिक बयान में यह भी कहा कि इस साल की दूसरी छमाही से कंपनी के कारोबार में सुधार दिखेगा इसकी वजह यह है कि सप्लाई चैन से जुड़ी दिक्कतें और महामारी का दबाव कम होता नजर आ रहा है।