-97 लाख करोड़ के बाजार पर कब्जे की लड़ाई

नई दिल्ली। भारतीय रिटेल मार्केट में दबदबा कायम करने के लिए कई कंपनियों में होड़ मची है। लेकिन मुख्य मुकाबला एशिया के सबसे बड़े रईस मुकेश अंबानी की जियोमार्ट, जेफ बेजोस की ऐमजॉन और वॉलमार्ट (के निवेश वाली फ्लिपकार्ट के बीच है। इस मुकाबले में अंबानी को अब लोकप्रिय मैसेजिंग एप वाट्सएप का साथ मिल गया है
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय ग्राहक अब WhatsApp का इस्तेमाल करके जियोमार्ट के जरिए ग्रॉसरी मंगा सकते हैं। इसके लिए उन्हें WhatsApp पर नए tap and chat ऑप्शन का इस्तेमाल करना होगा। इसमें डिलिवरी फ्री है और मिनिमम ऑर्डर वैल्यू का झमेला नहीं है। ग्राहक इसके जरिए फल, सब्जी, अनाज, टूथपेस्ट और पनीर और बेसन मंगा सकते हैं। कस्टमर एप में शॉपिंग बास्केट्स फिल कर सकते हैं और जियोमार्ट के जरिए पेमेंट कर सकते हैं। ऑर्डर मिलने पर भी कैश पेमेंट किया जा सकता है।
टेलिकॉम सेक्टर में तहलका : अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने कुछ साल पहले टेलिकॉम सेक्टर में तहलका मचा दिया था। अब देश के ई-कॉमर्स क्षेत्र में दबदबे के लिए भी कंपनी यह रणनीति अपना रही है। 19 महीने पहले मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक ने रिलायंस की कंपनी जियो प्लेटफॉर्म्स में करीब 6 अरब डॉलर का निवेश किया था। Meta Platforms Inc. को पहले फेसबुक इंक (Facebook Inc.) के नाम से जाना जाता था।