नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच भी भारतीय स्टार्ट-अप्स ने पूंजी बाजार से रिकार्ड रकम जुटाने में सफलता हासिल की है। नवंबर में नौ कंपनियों ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) से 36,720 करोड़ रुपये जुटाए, जो किसी एक महीने का रिकार्ड है। माइजीओवीइंडिया के ट्वीट के अनुसार अगस्त में आइपीओ से 18,242 करोड़ रुपये जुटाए गए। इस वर्ष कंपनियां पूंजी बाजार से अब तक एक लाख करोड़ रुपये से अधिक की रकम जुटा चुकी हैं। दिसंबर में भी कई कंपनियां आइपीओ ला रही हैं जिससे 10,000 करोड़ रुपये से अधिक रकम आने की उम्मीद है। फरवरी-मार्च में सरकारी कंपनी एलआइसी के आइपीओ बाजार में आने की उम्मीद है जो अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ साबित हो सकता है।

इस साल अब तक 54 कंपनियां ला चुकी हैं IPO : इस वर्ष अब तक 54 कंपनियां अपना IPO ला चुकी हैं जिससे 1,11,626 करोड़ रुपये जुटाए जा चुके हैं। टेक्नोलाजी केंद्रित कई स्टार्ट-अप कंपनियां शेयर बाजार में सूचीबद्ध हुई हैं। इनमें जोमैटो, नायका और पेटीएम प्रमुख हैं। हालांकि पेटीएम को शेयर बाजार से अपेक्षित प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसी महीने शेयर बाजार में 10 कंपनियों के आईपीओ प्रस्तावित हैं। दिसंबर में आनंद राठी वेल्थ, तेगा इंडस्ट्रीज, स्टार हेल्थ इंश्योरेंस जैसी कंपनियां अपना आइपीओ ला रही हैं। ये कंपनियां 8,500 करोड़ से अधिक की रकम जुटा सकती हैं। पिछले वर्ष सिर्फ 16 आईपीओ लाए गए थे और कंपनियों को मात्र 26,628 करोड़ रुपये जुटाने में कामयाबी मिली थी।

स्नैपडील कर रही आईपीओ की तैयारी : जानकारी के अनुसार ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील अगले वर्ष की पहली छमाही में प्रारंभिक पब्लिक आफर (आईपीओ) लाने की तैयारी कर रही है। सूत्रों का कहना है कि वह 25 करोड़ डालर (करीब 1,870 करोड़ रुपये) का आईपीओ लाने के लिए इसी महीने या जनवरी में पूंजी बाजार नियामक सेबी के पास मसौदा दाखिल करेगी। सूत्रों का यह भी कहना था कि कंपनी के संस्थापकों या बड़े शेयरधारकों की तरफ से शेयर बेचे जाने की उम्मीद कम है। स्नैपडील में साफ्टबैंक, ब्लैकराक इंक, टेमासेक होल्डिंग्स और ईबे इंक जैसे बड़े निवेशकों ने पूंजी लगा रखी है। इनके माध्यम से ये कंपनियां करीब 10,000 करोड़ रुपये जुटाएंगी। उल्लेखनीय है कि स्नैपडील पर बिकने वाले 90 प्रतिशत से अधिक सामान 1,000 रुपये से कम दाम के हैं। इसके ग्राहक भी अधिकतर छोटे शहरों के ही हैं।