-एक हजार से कर सकते हैं शुरुआत

नई दिल्ली। आप सुरक्षित निवेश पर ऊंचा रिटर्न हासिल करना चाहते हैं तो भारत बांड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) एक बेहतर विकल्प है। केन्द्र सरकार ने इसके तीसरे चरण की शुरुआत शुक्रवार को कर दी। इस न्यू फंड ऑफर (एनएफओ) में दिसंबर तक निवेश कर सकते हैं। यह नई श्रृंखला 15 अप्रैल, 2032 को परिपक्व होगी। एनएफओ का मूल आकार एक हजार करोड़ रुपये होगा। इसमें खुला ग्रीन शू विकल्प भी होगा। ग्रीन शू विकल्प करीब 4,000 करोड़ रुपये का रहेगा। यानी सरकार भारत बांड ईटीएफ के तीसरे चरण के तहत 5,000 करोड़ रुपये जुटा सकेगी।

क्या है भारत बांड ईटीएफ : भारत बॉन्ड ईटीएफ म्यूचुअल फंड की तरह है लेकिन इसे किसी शेयर की तरह खरीदा या बेचा जा सकता है। फिलहाल इस ईटीएफ की पूंजी सिर्फ ट्रिपल ‘एएए’ यानी ट्रिपल ए रेटिंग वाली सरकारी क्षेत्र की कंपनियों के बॉन्ड में ही निवेश की जाती है। इसीलिए इसे ज्यादा सुरक्षित माना जा रहा है। साथ ही भारत सरकार का बांड होने की वजह से भी यह सुरक्षिात माना जाता है।

सबसे सस्ता निवेश : भारत बांड ईटीएफ में आप न्यूनतम एक हजार रुपये निवेश कर सकते हैं जो छोटे निवेशकों के लिए भी बेहद सुविधाजनक है। साथ ही इस ईटीएफ के फंड प्रबंधन की लागत बहुत कम है। इसमें फंड प्रबंधन शुल्क सालाना 0.0005 फीसदी है यानी दो लाख रुपये तक के निवेश पर महज एक रुपये है। फंड प्रबंधन की लागत कम होने से निवेशकों को कमाई अच्छी होती है।

कितना मिलेगा रिटर्न : यह तय अवधि वाली निवेश योजना है। इस नए भारत बांड ईटीएफ की परिपक्वता पर सालाना औसत रिटर्न करीब सात फीसदी मिलेगी। वहीं दूसरी तरह के बांड में निवेश पर इस अवधि में रिटर्न करीब चार फीसदी है। जबकि सावधि जमा पर भी छह फीसदी के करीब ब्याज है।