इंदौर : एनर्जी एफिशिएंट सोलर पम्पस और मोटर्स निर्माण करने वाली सबसे बड़ी कंपनी शक्ति पंप्स (इं) लिमिटेड, हरियाणा सरकार के माध्यम से प्रदेश के किसानों को सोलर पम्पस का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता बनकर उभरी है, जिससे राज्य सिंचाई के क्षेत्र में अग्रणी बन गया है।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने हाल ही में चंडीगढ़ में आयोजित एक समारोह में राज्य के सौर जल पंपिंग कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम के तहत, हरियाणा सरकार राज्य भर में सिंचाई को बढ़ावा देने के लिए सौर जल पंपों की स्थापना के साथ आगे बढ़ रही है।

हरियाणा में पीएम कुसुम योजना के तहत शक्ति पम्पस ने एक लीडर के तौर पर पहल करते हुए सोलर पम्पस लगाने में एक मिसाल कायम की है और भविष्य में भी इसी प्रकार आगे रहने में प्रयासरत है।

शक्ति पम्पस इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर श्री दिनेश पाटीदार ने बताया कि कंपनी ने अब तक पूरे हरियाणा में 7.5 और 10 के उच्च एच पी में 8500 से अधिक सोलर सबमर्सिबल पंपों को सफलतापूर्वक लगाया है और 3 से 10 एचपी रेंज के सरफेस सोलर पम्पस के लिए वर्क ऑर्डर प्राप्त हो गये है। ये पंप – सेट आने वाले दिनों में लग जाएंगे।

श्री पाटीदार ने आगे बताया कि अपनी ऑफरिंग को आगे बढ़ाते हुए, शक्ति पंप्स ने अपना कल्पवृक्ष यूनिवर्सल सोलर पंप कंट्रोलर पेश किया है जो हरियाणा के किसानों को अपने घरेलू उपयोग के साथ कई एप्लिकेशन प्रदान करता है। पानी की पंपिंग के अलावा, यूनिवर्सल सोलर पंप कंट्रोलर, सौर ऊर्जा से संचालित आटा चक्की, थ्रेशर व चारा काटने की मशीन सेट में भी उपयोगी है। कल्पवृक्ष यूनिवर्सल सोलर पंप कंट्रोलर मोबाइल ऐप या वेबसाइट का उपयोग कर दूरस्थ स्थान से भी आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है।

आज डीजल की कीमते जिस तरह आसमान छू रही है उससे डीजल पंप द्वारा सिंचाई किसानों के लिए बहुत खर्चीला है सोलर पंप को लगवाने में किसान को मात्र 25 प्रतिशत राशि वहन करना होगी तथा बाक़ी 75 प्रतिषत राज्य सरकार द्वारा दी जायेगी। सोलर पम्पस के उपयोग से डीजल का खर्च समाप्त होगा और इस तरह किसान की यह राशि भी 6 माह में वसूल हो जाएगी है यानि किसान को सिंचाई लागत में अधिक बचत होगी। सोलर पम्प से राज्य सरकार को भी विद्युत कनेक्शन जैसे तार, ट्रांसफार्मर, बिजली के खंबे आदि व्यवस्था के खर्च से छुटकारा मिलेगा और साथ ही ग्रिड का लोड कम होगा।

हमारे प्रधानमंत्री जी का भी मानना है कि सोलर पम्पस के इस्तेमाल से किसान खुद ही माइक्रो ईरीगेशन को अपनाने लगता है जिससे फसल की पैदावार बहुत अच्छी और अधिक होती है और किसान की आमदनी बढ़ जाती है।

हरियाणा सरकार ने अपनी योजना ’हर खेत को पानी’ के तहत सिंचाई को बढ़ावा देने एवं खेत में पानी पहुंचाने के लिए एक विशेष अभियान भी शुरू किया है। इस योजना के माध्यम से हरियाणा सरकार बारिश द्वारा सिंचाई पर निर्भर रहने के बजाय ड्रिप सिंचाई या स्प्रिंकलर सिंचाई के लाभ के बारे में लोगों को जागरूक करना चाहती है, जिसमें शक्ति पम्पस अहम भूमिका निभा रहा है।