भोपाल: वर्ष 2005 में लोगों का जीवन बचाने के लक्ष्य से एवं उनकी मदद करने के लिए 5 युवाओं  ने ज़िकित्ज़ा हेल्थकेयर लिमिटेड की स्थापना की और आज खुद को आपातकालीन प्रतिक्रिया सेवा के क्षेत्र में इंडस्ट्री लीडर के रूप में स्थापित किया है। मध्य प्रदेश में कंपनी ने कर्मचारियों के हितों और लाभों को कंपनी द्वारा संरक्षित किया गया और 80 प्रतिशत कर्मचारियों को अब तक फुल एंड फाइनल पेमेंट प्रोसेस कर दिया गया है, जिनमें से 50 प्रतिशत का भुगतान नीति के अनुसार किया गया है।

ज़िकित्ज़ा हेल्थकेयर लिमिटेड द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं में एकीकृत आपातकालीन सेवाएँ, कॉर्पोरेट स्वास्थ्य सेवाएँ और अंतर्राष्ट्रीय सेवाएँ शामिल हैं। कंपनी ने वर्षों से सरकारी संगठनों के साथ सार्वजनिक और निजी साझेदारी मोड के माध्यम से और भारत के साथ-साथ विदेशों में कई कॉर्पोरेट ग्राहकों के साथ भागीदारी की है।

कंपनी की अब तक की यात्रा और भविष्य की संभावनाओं के बारे में बात करते हुए ज़िकित्ज़ा हेल्थकेयर लिमिटेड में सरकारी व्यवसाय के प्रमुख जितेंद्र शर्मा ने कहा, “जब ज़िकित्ज़ा हेल्थकेयर लिमिटेड ने अपनी यात्रा शुरू की तो किसी के लिए भी एंबुलेंस मिलना मुश्किल था। लेकिन अत्याधुनिक तकनीकों और बड़ी आबादी वाले राज्य जैसे की उत्तर प्रदेश, ओडिशा, पंजाब और पूर्व में मध्य प्रदेश में सेवाएं प्रदान करने की क्षमता, हम अपनी विशिष्ट पहचान बनाने में सक्षम हुए हैं और 108 एम्बुलेंस सेवाओं का संचालन और प्रबंधन करके 48 मिलियन से अधिक लोगों की सेवा करने में सक्षम हुए हैं। यह सब राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और संबंधित राज्य सरकारों के माध्यम से हमें प्रदान किए गए समर्थन के माध्यम से ही संभव हो पाया है। हम अपने क्रू मेम्बेर्स को भी धन्यवाद देना चाहते हैं जिनके समर्थन के बिना इस उपलब्धि को हासिल करना असंभव होता।”

ज़िकित्ज़ा हेल्थकेयर लिमिटेड अपनी सेवाओं और दायित्वों के प्रति हमेशा ईमानदार और निष्ठावान रहा है। मध्यप्रदेश में इमरजेंसी सेवाओं का संचालन करते हुए हमने सभी नियमों का पालन किया। कॉल आते ही कम से कम समय में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई और अब सेवा अवधि पूरी होने के बाद हम अपने कर्मचारियों के प्रति दायित्व भी निभा रहे हैं।

डोनाल्ड डेनियल – हेड ऑफ ह्यूमन रिसोर्स के अनुसार, “गौरतलब है कि कंपनी द्वारा मध्यप्रदेश शासन की टेंडर शर्तों के मुताबिक 20 अक्टूबर 2016 से काम शुरू किया गया था और 30 अप्रैल 2022 तक सेवाएं दी गईं। इस दौरान 1450 एम्बुलेंस वाहनों (800 से ज्यादा जननी एक्सप्रेस एवं 600 से ज्यादा 108 एम्बुलेंस) से 1 करोड़ 11 लाख लोगों को आपातकालीन सेवा दी गई। मप्र में, हमने एक कंपनी के तौर पर उनके पूर्व कर्मचारियों के प्रति अपने सभी दायित्वों को पूरा करना सुनिश्चित किया है। सभी कर्मचारियों के हितों और लाभों को कंपनी द्वारा संरक्षित किया गया था और 80 प्रतिशत कर्मचारियों को अब तक फुल एंड फाइनल पेमेंट प्रोसेस कर दिया गया है, जिनमें से 50 प्रतिशत का भुगतान नीति के अनुसार किया गया है।“

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के साथ अपने सहयोग के एक भाग के रूप में ज़िकित्ज़ा, कंपनी एंबुलेंस, मोबाइल मेडिकल यूनिट, स्वास्थ्य हेल्पलाइन, राष्ट्रीय राजमार्गों पर एंबुलेंस, बाइक फीडर एम्बुलेंस, नौका एंबुलेंस और आपातकालीन प्रतिक्रिया वाहन चलाती है। आवश्यकता के अनुसार इन सेवाओं को प्रदान करते हुए, कंपनी ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन, पंजाब, मध्य प्रदेश, केरल, बिहार, सिक्किम, ओडिशा, झारखंड, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड की सरकारों के साथ सहयोग किया है।

अपनी अनुकरणीय सेवाओं के लिए, कंपनी को 2022 में ईटी लीडरशिप हेल्थकेयर एक्सीलेंस अवार्ड्स, 2022 में रियल लीडर्स इम्पैक्ट अवार्ड्स, 2020 में सीएसआर हेल्थकेयर अवार्ड, 2019 में फिक्की रोड और सेफ्टी इनिशिएटिव हेल्थकेयर एक्सीलेंस अवार्ड सहित कई पुरस्कारों, और यहां तक कि 2012 में लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स जैसे रिकॉर्ड बुक में भी से सम्मानित किया गया है।