नई दिल्‍ली. एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) और एचडीएफसी डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्प (Housing Development Finance Corp.) का विलय आज यानी 1 जुलाई, 2023 से प्रभावी हो गया है. एक्सपर्ट्स की मानें तो इस विलय के साथ ही एचडीएफसी मार्केट कैप के लिहाज से दुनिया का चौथा सबसे बड़ा बैंक बन गया है.
विलय के साथ ही बैंक के ग्राहकों के मन में भी यह सवाल उठता है कि अगर उन्‍होंने एचडीएफसी से होम या कोई लोन लिया है अथवा एफडी कराई है तो उन पर क्‍या असर होगा. एक निजी समाचार एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि मर्जर के बाद एचडीएफसी का मार्केट कैप 172 अरब डॉलर (करीब 14 लाख करोड़ रुपये) पहुंच गया है. इस तरह, मार्केट कैप के लिहाज से यह बैंक ऑफ अमेरिका कॉर्प, इंडस्ट्रियल एंड कॉमर्शियल बैंक ऑफ चाइना लिमिटेड व जेपी मॉर्गन चेज एंड कंपनी के बाद चौथे पायदान पर पहुंच गया है.

एफडी कराने वालों पर क्‍या असर
अगर किसी ग्राहक ने एचडीएफसी बैंक में फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) कराई है तो उसे यह चेक करना चाहिए कि क्‍या उनकी एफडी ऑटो रिन्‍यूवल हो गई है अथवा नहीं. मर्जर के बाद नई कंपनी का नाम एचडीएफसी बैंक हो गया है. विलय से पहले बैंक ने हाउसिंग फाइनेंस कंपनी में एफडी कराने वाले ग्राहकों को दो विकल्‍प दिए थे. ग्राहक या तो अपना एफडी का पैसा निकाल लेते या फिर उसे रिन्‍यू करा देते. रिन्‍यू कराने में जाहिर है कि एचडीएफसी बैंक की दर एचडीएफसी फाइनेंस से कम ही रहेगी. यानी एफडी को रिन्‍यू कराने पर कम ब्‍याज मिलेगा.
हालांकि, एक्‍सपर्ट का कहना है कि रिन्‍यू कराने पर कस्‍टमर का पैसा ज्‍यादा सेफ रहेगा. डिपॉजिट इंश्‍योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन के तहत ग्राहकों के 5 लाख रुपये तक की जमा राशि पर सरकार की ओर से गारंटी रहती है. लिहाजा इतने रुपये तक की एफडी सुरक्षित रहेगी.

लोन लेने वालों पर क्‍या असर
एक्‍सपर्ट का कहना है कि अगर किसी न एचडीएफसी फाइनेंस से होम लोन लिया था, तो फिलहाल तत्‍काल रूप से उस पर कोई असर नहीं पड़े वाला है. लेकिन, रिजर्व बैंक के तहत एचडीएफसी बैंक के होम लोन की दरें बाहरी बेंचमार्क से जुड़ी होती हैं. इसका मतलब है कि आगे चलकर एचडीएफसी फाइनेंस के होम लोन की दरों में भी बदलाव हो सकता है. इस बात की काफी संभावना है कि लोन पर ब्‍याज रिवाइज होने पर इसमें कमी आ सकती है.

12 करोड़ हो जाएंगे कस्‍टमर
विलय के बाद एचडीएफसी के पास 12 करोड़ कस्‍टमर हो जाएंगे, जो जर्मनी की जनसंख्‍या से भी ज्‍यादा है. इसके साथ ही कंपनी के कुल ब्रांच की संख्‍या 8,300 पहुंच जाएगी, जबकि इस कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों की संख्‍या 1.77 लाख पहुंच जाएगी. बैंक की मार्केट कैप एसबीआई के 62 अरब डॉलर और आईसीआईसीआई बैंक के 79 अरब डॉलर से भी ज्‍यादा हो चुकी है.