नई दिल्ली. ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने भारत के साथ अपने कारोबारी संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए नए करार किए हैं. दिल्ली में आयोजित अमेजन संभव समिट में कंपनी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (इंडिया एंड इमरजिंग मार्केट) अमित अग्रवाल ने कहा कि भारत की डिजिटल इकॉनमी और निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कई इनीशिएटिव पर काम किया जा रहा है.
कंपनी ने साल 2030 तक भारत में 1.40 लाख करोड़ रुपये के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है. अमेजन ने ये सारे कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कंपनी के सीईओ एंडी जेसी की जून में हुई मुलाकात के बाद उठाए हैं.
अमेजन संभव समिट हर साल इंडस्ट्री के लीडर्स और पॉलिसी मेकर्स के साथ भारत की डिजिटल ग्रोथ को बढ़ाने पर विचार-विमर्श के लिए आयोजित की जाती है. समिट में अमित अग्रवाल ने कहा कि कंपनी की ओर से हम भारत की ग्रोथ और लंबी अवधि में इसके बाजार के बढ़ते अवसरों को लेकर उत्साहित हैं. भारतीय बाजार आने वाले समय में लाखों उपभोक्ताओं को विक्रेताओं को बढ़ने का मौका देगा. अमित ने कहा कि साल 2030 तक हम भारत में अपने तमाम बिजनेस में 15 अरब डॉलर (करीब 1.40 लाख करोड़ रुपये) का निवेश करेंगे और 21वीं सदी में भारत की ग्रोथ स्टोरी में बड़ी भूमिका निभाएंगे.
कंपनी ने किए कई बड़े करार
अमेजन ने छोटे-मझोले उद्यमियों को निर्यात के लिए सीमा पार लॉजिस्टिक्स उपलब्ध कराने के लिए इंडिया पोस्ट के साथ करार (MoU) किया है. इतना ही नहीं, अमेजन देश की पहली ई-कॉमर्स कंपनी है जिसने भारतीय रेलवे के डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (DFC) के साथ करार किया है, ताकि विक्रेताओं के ऑर्डर को जल्द से जल्द उपभोक्ताओं तक पहुंचा सके.
कारोबारियों के लिए कमाल है Amazon सह-AI
अमेजन ने एक और बड़ा इनीशिएटिव लिया है. कंपनी ने अपनी तरह के पहले AI आधारित पर्सनल डिजिटल असिस्टेंट Amazon सह-AI का इस्तेमाल किया है, जो कारोबारियों के लिए काफी कारगर साबित होगा. यह छोटे कारोबारियों को ज्यादा मौके उपलब्ध कराएगा और डायरेक्ट टू कंज्यूमर (D2C) ब्रांड के जरिये उनकी इनवेन्टरी और ऑर्डर को मैनेज करने का काम करेगा.
देश के हर पिन कोड तक पहुंच
अमेजन और इंडिया पोस्ट ने अपनी एक दशक पुरानी भागीदारी की स्मृति में संभव 23 नाम से पोस्टल स्टांप भी जारी किया है. यह स्टांप देश के 100 फीसदी पिन कोड तक सामान डिलीवरी करने की क्षमता हासिल करने की खुशी में जारी किया गया है. साथ ही इस स्टांप में उन सभी ट्रांसपोर्ट तरीकों की झलक दिखाई गई है, जिसका इस्तेमाल देश के कोने-कोने तक सामान डिलीवरी करने में किया गया है.
सरकार ने भी सराहा
संभव 23 सम्मेलन में उपस्थित प्रधानमंत्री कार्यालय, परमाणु ऊर्जा विभाग तथा अंतरिक्ष विभाग के राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, मैं अमेजन को धन्यवाद देता हूं और कंपनी के इस वादे पर खुशी जताता हूं कि वह साल 2025 तक देश के 1 करोड़ छोटे-मझोले उद्यमों को डिजिटल बना देगी. इसके अलावा 20 लाख नौकरियां और 1.40 लाख करोड़ रुपये के ई-कॉमर्स एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने की बात भी कही है. डिजिटलीकरण से देशभर के लाखों कारोबारियों को भारत की आर्थिक वृद्धि में भागीदार बनने का मौका मिला है.
अमेजन के कंट्री मैनेजर (इंडिया कंज्यूमर बिजनेस) मनीष तिवारी ने कहा कि हम भारत के 1 करोड़ एमएसएमई को डिजिटाइज करने और 20 लाख रोजगार पैदा करने के साथ 20 अरब डॉलर के निर्यात का लक्ष्य पाने के काफी करीब है. बावजूद इसके भारत के साथ लांग टर्म अपॉर्च्युनिटी के लिए हम काफी उत्साहित हैं. हमारा जोर लंबे समय के लिए फिजिकल और डिजिटल ढांचे में निवेश करने पर है.
भारत के उद्यमियों को मिलेगा विदेशी बाजार
पोस्टल सर्विस बोर्ड के चेयरपर्सन विनीत पांडेय का कहना है कि इंडिया पोस्ट के साथ अमेजन की भागीदारी से देश के छोटे-मझोले उद्यमियों को अपने प्रोडक्ट विदेशी मार्केट तक पहुंचाने में मदद मिलेगी. डाक निर्यात केंद्रों की मदद से भारतीय निर्यातकों को अपना सामान सीधे विदेश कस्टमर्स तक पहुंचाने में मदद मिलेगी. यह शिपमेंट देश के 100 से ज्यादा डाक निर्यात केंद्रों के जरिये किया जाएगा. यह देश के कुल निर्यात को बढ़ावा देगा.
रेलवे बोर्ड के मेंबर (बिजनेस डेवलपमेंट) जय वर्मा सिन्हा का कहना है कि DFC के साथ करार होने से देश के भीतर डिलीवरी और तेज होगी. अभी तक रेवाड़ी-पालनपुर के बीच 659 किलोमीटर तक DFC का निर्माण हो चुका है, जिस पर इसे लागू किया जा चुका है. आगे जैसे-जैसे DFC का विस्तार होगा, इसका फायदा अमेजन और लॉजिस्टिक सेक्टर को मिलेगा. इससे माल ढुलाई की लागत भी काफी कम होगी.