नई दिल्ली : सरकार ने घरेलू उड़ानों के लिए किराए में बढ़ोतरी का फैसला किया है. एविएशन मंत्रालय ने घरेलू उड़ानों के किराने में 15 फीसदी की बढ़ोतरी को मंजूरी दी है. ये फैसला 1 जून से लागू होगा.

एविएशन मंत्रालय ने दी किराए में बढ़ोतरी की मंजूरी

कोविड की दूसरी लहर के दौरान, घटते हवाई मुसाफिरों के साथ एविएशन मंत्रालय ने एयरलाइन्स की नेटवर्क कैपेसिटी में भी कटौती का फैसला किया है. वहीं, बढ़े किराए के दाम 1 जून से लागू हो जाएंगे. ये किराना मिनिमम फेयर पर बढ़ाया गया है. बता दें कि घरेलू उड़ानों की ए से लेकर जी तक, सात श्रेणियां होती है. ये किराया सभी श्रेणियों में बढ़ेगा. आदेश के मुताबिक श्रेणी-ए में कम से कम किराया 2600 रुपया होगा, अधिकतम ये किराया 7800 रुपये हो सकते हैं. वहीं जी श्रेणी में कम से कम किराया 8700 रुपये और अधिकतम किराया 24,200 तक हो सकता है. हवाई यात्रा किराये में यह वृद्धि एक जून से प्रभाव में आ जायेगी. हवाई किराये की ऊंची सीमा को हालांकि, पूर्ववत रखा गया है.

एयरलाइन कंपनियों को मिलेगी मदद

सरकार के इस कदम से एयरलाइन कंपनियों को मदद मिलेगी. कोविड- 19 की दूसरी लहर के कारण हवाई यात्रियों की संख्या में भारी कमी आई है जिसकी उनकी आय घटी है. एविएशन मंत्रालय के शुक्रवार को जारी आधिकारिक आदेश में कहा गया कि 40 मिनट तक की अवधि की हवाई उड़ान के लिये किराये की निचली सीमा को 2,300 रुपये से बढ़ाकर 2,600 रुपये – 13 प्रतिशत की वृद्धि कर दी गई है. इसी प्रकार 40 मिनट से लेकर 60 मिनट की उड़ान अवधि के लिये किराये की निचली सीमा 2,900 रुपये की जगह अब 3,300 रुपये प्रति व्यक्ति होगी.