नई दिल्ली: अमेरिका की संपत्ति प्रबंधन कंपनी (AMC) अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट ने इंटेल में 5 बिलियन डॉलर तक के निवेश की पेशकश की है। ब्लूमबर्ग न्यूज़ के अनुसार अपोलो ने हाल के दिनों में संकेत दिया है कि वह इंटेल में अरबों डॉलर का इक्विटी-बेस्ड निवेश करने के लिए तैयार है। यह खबर इंटेल के लिए एक चुनौतीपूर्ण समय में आई है। इंटेल जो कभी दुनिया का सबसे मूल्यवान चिप निर्माता था, इसके शेयरों ने इस वर्ष के शुरू से लगभग 60% मूल्य खो दिया है। रिपोर्ट के अनुसार इंटेल के शीर्ष अधिकारियों ने अपोलो की प्रस्तावित योजना पर विचार किया है, लेकिन बातचीत अभी प्रारंभिक चरण में है और कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।
अमेरिकी चिप निर्माण कंपनी इंटेल कॉर्प ने 2024 के अप्रैल से जून की तिमाही में 1.6 अरब डॉलर का नेट लॉस रिपोर्ट किया। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी ने 1.47 अरब डॉलर का शुद्ध लाभ कमाया था। इंटेल के शेयरों में 26% से अधिक की गिरावट आई थी जो 40 वर्षों में सबसे बड़ी गिरावट है। इसके अलावा इंटेल ने 15,000 नौकरियों में कटौती करने की योजना बनाई थी।
ब्लूमबर्ग ने बताया कि इंटेल में संभावित निवेश का आकार बदल सकता है और सौदे की बातचीत भी विफल हो सकती है। इंटेल ने इस रिपोर्ट पर टिप्पणी करने से इनकार किया जबकि अपोलो ने रॉयटर्स की टिप्पणी के अनुरोध का जवाब नहीं दिया।
इससे पहले अपोलो ने इंटेल के नए निर्माण संयंत्र के लिए आयरलैंड में एक संयुक्त उद्यम में 49% हिस्सेदारी के लिए 11 बिलियन डॉलर का अधिग्रहण करने की घोषणा की थी। इंटेल में निवेश का यह विकास उस समय आया है जब क्वालकॉम ने हाल ही में इंटेल के संभावित अधिग्रहण के लिए संपर्क किया है जो चिप क्षेत्र में एक परिवर्तनकारी सौदा हो सकता है लेकिन इसमें कई बाधाएं हैं।
इस बीच क्वालकॉम (QCOM.O) ने इंटेल का 90 बिलियन डॉलर का संभावित अधिग्रहण करने की योजना बनाई है जो एक बहुत बड़ा सौदा होगा। क्वालकॉम के पास 13 बिलियन डॉलर की नकद राशि है लेकिन इसकी 13 बिलियन डॉलर की दीर्घकालिक देनदारी है। इस सौदे के लिए भारी मात्रा में लोन जुटाना पड़ सकता है खासकर जब इंटेल की 19 बिलियन डॉलर की नेट दीर्घकालिक देनदारी है। यह सौदा क्वालकॉम के 2016 में NXP सेमीकंडक्टर के 38 बिलियन डॉलर के अधिग्रहण के प्रयास से कहीं बड़ा होगा।