-ये रुझान जारी रहने की उम्मीद

नई दिल्ली। भारत ने पिछले सात वर्षों में ‘रिकॉर्ड’ प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) आकर्षित किया है और सरकार द्वारा प्रमुख संरचनात्मक सुधारों की वजह से आने वाले वर्षों में भी यह प्रवृत्ति जारी रहने की उम्मीद है।

वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को यह बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि भारत दुनिया के साथ अपने गुणवत्ता मानकों को एकीकृत करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है और देश को घरेलू बाजार और अन्य निर्यात बाजार के लिए विशेष उत्पाद की मानसिकता को छोड़ने की जरूरत है। गोयल उद्योग निकाय भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के एमएनसी 2021 पर राष्ट्रीय सम्मेलन में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा, ‘‘पिछले सात वर्षों में, हमने रिकॉर्ड एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) प्राप्त किये है। मुझे उम्मीद है कि देश में किये गये प्रमुख संरचनात्मक सुधारों के कारण यह रुख आगे भी जारी रहेगा। आर्थिक गतिविधियों में यह तेजी कायम रहने वाली है और भविष्य बेहद उज्ज्वल दिखता है।’’

चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जुलाई अवधि के दौरान देश में एफडीआई प्रवाह 62 प्रतिशत बढ़कर 27 अरब डॉलर हो गया। मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) के बारे में उन्होंने कहा कि भारत संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ (ईयू), इज़राइल और जीसीसी (खाड़ी सहयोग परिषद) समूह सहित विभिन्न देशों के साथ इस तरह के समझौते पर बातचीत कर रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘हम अगले 60-100 दिनों में संयुक्त अरब अमीरात के साथ एक एफटीए करेंगे, ऑस्ट्रेलिया के साथ एक अंतरिम समझौता शायद उसी समय के आसपास होगा। यूरोपीय संघ के साथ काम जल्द ही शुरू होना चाहिए (क्योंकि) उन्होंने हाल ही में एक प्रमुख वार्ताकार नियुक्त किया है और हम कनाडा के साथ समझौता करने की दिशा में काम कर रहे हैं।’’ गोयल ने बहुराष्ट्रीय कंपनियों (बहुराष्ट्रीय निगमों) से भारत को एक विनिर्माण आधार के रूप में उपयोग करने की अपील की क्योंकि वे भारत से पूरी दुनिया पर छा सकते हैं।