जनवरी के प्रथम सप्ताह से ही सेलम साबुदाना बाजार में तेजी का रुख बना हुआ है। दूसरे सप्ताह तक करीब 500 रु /क्विंटल की तेजी आ गइ है, और फरवरी-मार्च महीने तक इतनी ही तेजी की सम्भावना और बताई जा रही है। पुराना माल काफी स्टाक होने के बाद भी नये और बढ़िया किस्म के साबुदाना की मांग ज्यादा है और दोनों तरह के मालों के भावों में अन्तर बढ़ गया है, जो भविष्य में और गहरा हो सकता है।

साबुदाना उत्पादन का एकमात्र घटक कसावा कंद के भाव पिछले सप्ताह में 7200-7300 रु प्रति टन से बढ़ कर 8900-9000 रू प्रति टन हो गये हैं। आने वाले महीनों में फरवरी में शिवरात्रि और मार्च में होली तथा नवरात्रि में साबुदाना की मांग बनी रहेगी, साथ ही कसावा कंद की पहली फसल की आवक फरवरी के बाद कम हो जायेगी। दूसरी फसल जून से आवक प्रारम्भ होगी, जिसकी पैदावार अच्छी बताई जा रही है, किंतु किसान 8-9 रु किलो से कम बेचने के आसार कम हैं, अत: अच्छी किस्म के साबुदाना में सामने कोइ मन्दी की संभावना नजर नहीं आ रही है।

सच्चामोती एगमार्क साबुदाना, सच्चासाबु साबु-पापड़ तथा अल्पाहार खोपरा बूरा, मोरधन व हल्दी पाउडर के उत्पादक, साबु ट्रेड प्राइवेट लिमिटेड, सेलम के प्रबंध निर्देशक श्री गोपाल जी साबु ने बताया कि खोपरा बूरा बाजार में भी अच्छी तेजी का रूख है। सजग ग्राहकों ने साबुजी-सेलम के सभी उत्पादों की गुणवत्ता और बरसों से लगातार एक जैसी क्वालिटी पहचान कर अच्छा प्रतिसाद दिया है । तमिलनाडु में असमय बरसात की वजह से अच्छे मोरधन की फसल भी खराब हुई है अत: इस वर्ष आवक और मांग का अनुपात गड़बड़ाने के कारण उच्च किस्म के मोरधन में भी तेजी के ही आसार हैं ।