टेलिकॉम कम्पनियों के रिचार्ज बढ़ने के बाद सरकार नियंत्रित दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल के उपभोक्ताओं की संख्या में जुलाई माह में बढ़ोत्मेंतरी हुई है। लगभग दो वर्षों तक उपभोक्ताओं की संख्या में कमी दर्ज करने के बाद जुलाई में बीएसएनएल 29 लाख नए उपभोक्ता जोड़े हैं।
विश्लेषकों का मानना है कि बीएसएनएल ने शुल्कों में कोई बदलाव तो नहीं किया है मगर ऐसा लगता है कि बेहद शुरुआती प्लान का इस्तेमाल कर रहे लोग इसके साथ जुड़े हैं। दूरसंचार नियामक के आंकड़ों के अनुसार जून में कंपनी को 7.4 लाख उपभोक्ताओं का नुकसान उठाना पड़ा था। निजी दूरसंचार कंपनियों रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने जुलाई के पहले सप्ताह में शुल्क बढ़ा दिए थे। मगर नुकसान में चल रही बीएसएनएल ने ऐसा करने से परहेज किया था।
शुक्रवार को भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने जुलाई के लिए जो आंकड़े जारी किए हैं उनके अनुसार जियो को जुलाई में 7 लाख उपभोक्ता छोड़कर चले गए जबकि जून में उससे 19.1 लाख ग्राहक जुड़े थे। शुल्क बढ़ाने के बाद एयरटेल से सबसे अधिक ग्राहक छिटके हैं। इन आंकड़ों के अनुसार जुलाई में एयरटेल को 16.9 लाख ग्राहकों का नुकसान उठाना पड़ा है। जून में इसके साथ 12.5 लाख उपभोक्ता जुड़े थे।
नकदी की दिक्तत झेल रही वीआई को जुलाई में 14.1 लाख उपभोक्ताओं का नुकसान हुआ। निजी कंपनियों में वीआई ने जून तक पिछले दो वर्षों के दौरान सबसे अधिक उपभोक्ता (8.6 लाख) गंवाए हैं। दूरसंचार शुल्क बढ़ने से सिम की संख्या और सब्सक्रिप्शन में भी कमी आई है। जुलाई में भारत में मोबाइल फोन कनेक्शन की संख्या 9.2 लाख कम हो गई। ट्राई के अनुसार जुलाई में 1.36 करोड़ ग्राहकों से मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) के अनुरोध आए। जून में 1.18 ग्राहकों ने एमएनपी के लिए अनुरोध किया था।