एजुकेशन टेक्नोलॉजी Byju अधिग्रहण की प्रक्रिया में काफी तेजी से आगे बढ़ रही है. यह इस समय देस की सबसे मूल्यवान स्टार्टअप है. अब इसने 600 मिलियन डॉलर यानी 4,466 करोड़ रुपए में प्रोफेशनल एंड हायर एजुकेशन प्लैटफॉर्म Great Learning का अधिग्रहण किया है.

बायजू ने एक बयान में कहा कि वह पेशेवर और उच्च शिक्षा खंड (Professional and higher education) में ग्रेट लर्निंग की वृद्धि में तेजी लाने के लिए 40 करोड़ अमेरिकी डॉलर का अतिरिक्त निवेश भी करेगी. इससे एक दिन पहले बायजू ने 50 करोड़ डॉलर (करीब 3,729.8 करोड़ रुपए) में अमेरिका स्थित डिजिटल एजुकेशनल प्लैटफॉर्म EPIC का अधिग्रहण करने का ऐलान किया था. बायजू उत्तरी अमेरिकी के बाजार में 7,459.7 करोड़ रुपए का अलग से निवेश करेगी.

2 अरब से ज्यादा निवेश

पिछले छह महीने में बायजू ने एजुकेशनल टेक्नोलॉजी कंपनियों के अधिग्रहण पर 2 अरब डॉलर ( करीब 15 हजार करोड़) से ज्यादा खर्च किए हैं. कोरोना महामारी में डिजिटल एजुकेशन की दुनिया में क्रांति आई है और इस महामारी ने डिजिटल वर्ल्ड को पूरी तरह बदल कर रख दिया है. बायजू के फाउंडर रवींद्रन ने इकोनॉमिक टाइम्स से कहा कि इन अधिग्रहण के बाद भी कंपनी के पास 1 अरब डॉलर का कैश उपलब्ध होगा. इसका इस्तेमाल नए प्लैटफॉर्म के विस्तार में किया जाएगा. वर्तमान में बायजू की वैल्युएशन 16.5 अरब डॉलर है. यह डोमेस्टिक स्टार्टअप्स में सबसे ज्यादा है.

स्वतंत्र रूप से काम करेगी ग्रेट लर्निंग

ग्रेट लर्निंग के अधिग्रहण के बाद कंपनी की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, ‘‘यह अधिग्रहण बायजू के वैश्विक स्तर पर पेशेवर कौशलवर्धन और शिक्षा खंड में एक अरब अमेरिकी डॉलर की कुल प्रतिबद्धता, कक्षा 12 तथा परीक्षा तैयारी खंड से परे विस्तार में तेजी और कंपनी की वृद्धि योजनाओं को और गति देने का प्रतीक है.’’ ग्रेट लर्निंग बायजू समूह के तहत एक स्वतंत्र इकाई के रूप में काम करना जारी रखेगी. Great Learning का नेतृत्व इसके संस्थापक और सीईओ मोहन लखमराजू और सह-संस्थापक हरि नायर और अर्जुन नायर करते रहेंगे.

170 से अधिक देशों में ग्रेट लर्निंग की सर्विस

बायजू के संस्थापक और सीईओ बायजू रवींद्रन ने कहा, ‘‘सही भविष्योन्मुखी कौशल के साथ छात्रों को सशक्त बनाना हमारे लक्ष्य का मूलभूत हिस्सा है. ग्रेट लर्निंग विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित पेशेवर शिक्षा कंपनी है और यह साझेदारी इस नए खंड में हमारी पहुंच का विस्तार करेगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम इस प्रतिस्पर्धी वैश्विक अर्थव्यवस्था में पेशेवरों को उच्च गुणवत्ता वाले और उद्योगों के लिए प्रासंगिक शिक्षण कार्यक्रम मुहैया कराने के अपने मिशन में एकजुट हैं. अपनी संयुक्त ताकत के साथ हमारा लक्ष्य इस खंड में वैश्विक बाजार में अग्रणी बनना है.’’ ग्रेट लर्निंग की स्थापना 2013 में हुई थी और इसने 170 से अधिक देशों के 15 लाख शिक्षार्थियों को छह करोड़ से अधिक घंटे की शिक्षा दी है.