अहमदाबाद : कैडिला फार्मास्यूटिकल्स ने दुनिया की पहली तीन-खुराक वाली रेबीज वैक्सीन(टीका), ThRabis® की लाॅन्चिंग के तीन वर्ष पूरे किए है। लॉन्च के तीन वर्ष में ही इस वैक्सीन ने दुनियाभर में रेबीज के इलाज के तरीके में बडा बदलाव लाया है और इसकी पहुंच और अनुपालन में भी काफी सुधार किया है।
उल्लेखनीय है कि, ThRabis® वैक्सीन को अप्रैल 2022 में लॉन्च किया गया था और इसके बाद से इसे कई देशों में लॉन्च किया गया है। पारंपरिक पांच-खुराक रेबीज नियम के विपरीत, ThRabis® के लिए केवल तीन इंट्रामस्क्युलर खुराक की आवश्यकता होती है। यह वाकई में एक ऐसी सफलता है, जो वैश्विक स्तर पर रेबीज रोकथाम रणनीतियों को नया रूप दे रही है।
कैडिला फार्मास्यूटिकल्स के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ. राजीव आई. मोदी ने कहा कि, “ThRabis® के साथ, हमने रेबीज के उपचार में सबसे बड़ी बाधाओं में से एक, पारंपरिक पांच-खुराक शैड्यूल की जटिलता को दूर करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसे केवल तीन खुराक तक घटाकर, हमने विशेष रूप से वंचित एवं कमजोर आबादी के लिए, पोस्ट-एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस को अधिक तेज, सुलभ और पूरा करना आसान बना दिया है।
ThRabis® का तीन-खुराक प्रोटोकॉल अधिक रोगी-अनुकूल विकल्प प्रदान करता है, जिससे उपयोग और पूरा होने की दर, दोनों में सुधार होता है। यह विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्ग मरीजों और दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए प्रभावशाली है।
कम आवश्यक विजिट के कारण, मरीजों को अपनी जेब से होने वाले खर्च में कमी का अनुभव हुआ है। साथ ही, स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं में पोस्ट-एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस के लिए मरीजों की संख्या में कमी देखी गई है। बेहतर उपचार पूर्णता दर वास्तव में, उमदा स्वास्थ्य परिणामों और टीकाकरण प्रक्रिया में बढ़ा हुआ विश्वास दर्शाते है।
कैडिला, अब उच्च रेबीज घटना वाले क्षेत्रों में ThRabis® की उपलब्धता का विस्तार करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। कंपनी रणनीतिक साझेदारी और खरीद कार्यक्रमों के माध्यम से वैक्सीन के विस्तार के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थाओं के साथ विचार-विमर्श कर रही है।