दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी में से एक बिटकॉइन 22 जून यानी मंगलवार को फिर से धड़ाम हो गया. चीन की ओर से क्रिप्टोकरेंसी पर दबाव बढ़ाने और इसकी ट्रेडिंग को स्वीकार न किए जाने की बात से बिटकॉइन की कीमतों में असर पड़ा है. ट्रेडिंग वेबसाइट coindesk.com के अनुसार, बिटकॉइन 3.16 प्रतिशत की गिरावट के साथ 31,804.55 डॉलर पर शाम 4 बजे (IST) पर कारोबार कर रहा था.क्रिप्टोक्यूरेंसी का बाजार पूंजीकरण भी गिर गया और 24 घंटे के कारोबार के दौरान 596.02 बिलियन डॉलर हो गया.
इससे पहले दिन बिटकॉइन 32,413.79 डॉलर पर खुला था, जबकि 24 घंटे का निचला स्तर मंगलवार को 31,161.00 पर दर्ज किया गया. हालांकि, 24 घंटे के कारोबार में क्रिप्टोकरंसी का उच्चतम मूल्य 33,247.79 बताया गया. क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट हफ्ते के आखिरी से देखने को मिल रहा. व्यापार विशेषज्ञों के अनुसार इसमें आगे और अधिक गिरावट के संकेत हैं.
क्रिप्टोकरेंसी पर तल्ख रवैया
चीन ने खनन गतिविधि पर रोक लगाकर और प्रमुख भुगतान प्लेटफार्मों और उधारदाताओं को बिटकॉइन पर अपनी कार्रवाई तेज करने को कहा है. चीन ने तल्ख रवैया अपनाते हुए कहा कि क्रिप्टो ट्रेडिंग बर्दाश्त नहीं की जाएगी. सीएनएन को दी गई सूचना में कहा गया कि क्रिप्टो मुद्राओं के उपयोग को कम करने के लिए और अधिक आक्रामक रुख अपनाया जाएगा. सोमवार को, पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना जैक मा के एंट ग्रुप – अलीपे और पांच बड़े उधारदाताओं द्वारा संचालित व्यापक रूप से लोकप्रिय ऑनलाइन भुगतान मंच को क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों और डीलरों को “व्यापक रूप से जांच और पहचान” करने के लिए कहा है.
मनी लॉन्ड्रिंग का है जोखिम
चीनी केंद्रीय बैंक के हवाले से कहा गया, “क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग और सट्टा गतिविधियों को बढ़ावा देती है. इससे संपत्ति के अवैध सीमा पार हस्तांतरण और मनी लॉन्ड्रिंग के जोखिम पैदा करती है”दचीनी राज्य मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने बताया कि चीन की 90 प्रतिशत से अधिक बिटकॉइन खनन क्षमता सोमवार को बंद हो जाने के निर्देश दिए हैं. हालांकि चीन क्रिप्टो पर पूरी तरह से प्रतिबंध नहीं लगा रहा है.