मुंबई — अबंस फ़ाइनैंशियल सर्विसेस लिमिटेड (पूर्व में अबंस होल्डिंग्स लिमिटेड) ने कंपनी के नाम और अपने कर्मचारियों की पहचान का दुरुपयोग करते हुए भोलेभाले लोगों को निवेश घोटालों में लुभाने की धोखाधड़ी वाली गतिविधियों में होने वाली बढ़ोतरी के बारे में एक सार्वजनिक चेतावनी जारी की है। समूह ने कई नकली वॉट्सऐप ग्रुप्स और यहाँ तक कि मोबाइल ऐप्लिकेशन को ग़लत तरीके से अबंस सिक्योरिटीज़ के रूप में पेश किया है और अनधिकृत शेयर बाज़ार टिप्स की पेशकश करने के लिए वास्तविक कर्मचारियों और उद्योग विशेषज्ञों के नाम और तस्वीरों का इस्तेमाल किया है।
अबंस इंवेस्टमेंट मैनेजर्स लिमिटेड के सीईओ भाविक ठक्कर कहते हैं, “ये घटनाएँ सामान्य साइबर धोखाधड़ी से और आगे जाती हैं। क्लोन की गई पहचान, डीपफ़ेक-स्टाइल वीडियो इंटरैक्शन और ब्रैंड प्रतिरूपण का इस्तेमाल निवेशक के विश्वास और वित्तीय बाज़ारों की निष्ठा और ईमानदारी पर सीधा हमला है।”
वे आगे कहते हैं, “हमारे लिए सबसे बड़ी चिंता बाज़ार की अस्थिरता नहीं है, बल्कि डिजिटल पहचान की चोरी और इससे होने वाली संभावित क्षति है।”
कंपनी ने इन मुद्दों को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के ध्यान में लाया है और साइबर अपराध प्रकोष्ठ और संबंधित कानून प्रवर्तन एजेंसियों से इसके बारे में शिकायतें भी दर्ज की हैं।
इस ख़तरे का सक्रिय रूप से समाधान निकालने के लिए, अबंस होल्डिंग्स ने नीचे दी गईं ये युक्तियाँ आज़माई हैं:
- अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर पॉप-अप अलर्ट जारी करके विज़िटर्स को चल रहे घोटालों के बारे में चेतावनी दी
- इन मामलों के बारे में नियामकों और पुलिस अधिकारियों को सूचना दी
- अन्य प्रभावित उद्योगों के स्टेकहोल्डर्स का पता लगाने के लिए काम शुरू किया
श्री ठक्कर ने कहा, “हमें इसकी गहरी चिंता है कि अच्छी तरह से शिक्षित और शहरी निवेशक भी इन साज़िशों का शिकार हो रहे हैं।”
“यह नियामकों, दूरसंचार कंपनियों और डिजिटल संचार प्लैटफ़ॉर्म्स के लिए एक वेक-अप कॉल है, ताकि समस्या हद से ज़्यादा बढ़ने से पहले वे तेज़ी-से इस दिशा में कार्रवाई करें।”
अबंस जनता से निवेदन करता है कि सभी लोग सावधानी बरतें:
- स्टॉक टिप्स देने वाले अज्ञात व अनजान वॉट्सऐप या टेलीग्राम ग्रुप्स में शामिल न हों
- अगर कोई दावा करता है कि वह अबंस से बोल रहा है, तो सत्यापन के बिना उनके साथ किसी भी मोबाइल ऐप से न जुड़ें
- हमेशा आधिकारिक अबंस वेबसाइट पर जाकर इसकी पुष्टि करें और संदेह होने पर ग्राहक सेवा हेल्पलाइन से संपर्क करें