मुंबईदेश की लीडिंग नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों में शामिल एलएंडटी फाइनेंस लिमिटेड ने घोषणा की है कि कृषि लोन ग्राहकों के लिए चलाए जा रहे EMI प्रोटेक्ट प्लान के तहत 1.5 लाख से ज्यादा ग्राहकों को कवच प्रधान किया जा चुका है. यह बाजार में अपनी तरह का एक अनोखा प्लान है।

यह योजना कम से कम 4 दिनों के निरंतर अस्पताल में भर्ती होने पर लोन इंस्टॉलमेंट के लिए लंप सम यानी एकमुश्त पेमेंट की पेशकश करती है। ग्राहक पूरे लोन अवधि के दौरान हर साल एक बार इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। इस योजना के तहत अगर ग्राहक अस्पताल में भर्ती होता है, तो बीमा कंपनी द्वारा ग्राहक की ओर से सम एश्योर्ड (बीमा राशि की लिमिट तक) उसकी वर्तमान/भविष्य की ड्यू इंस्टॉलमेंट का भुगतान LTF को किया जाएगा।

यह योजना 18 से 60 साल की उम्र के ग्राहकों के लिए पेश की जा सकती है और लोन अवधि के आधार पर पॉलिसी टर्म रेंज 2 से 5 साल के बीच होती है। सम एश्योर्ड लोन रीपेमेंट के आधार पर (मासिक, त्रैमासिकया अर्ध वार्षिक)  30,000 रुपये से 90,000 रुपये के बीच होती है। यह योजना ग्राहकों को प्रीमियम फंडिंग विकल्प भी प्रदान करती है।

EMI प्रोटेक्ट प्लान को जुलाई 2020 में कंपनी के किसान ग्राहकों को सहायता के रूप में कोविड महामारी के दौरान लॉन्च किया गया था। उन्हें नए ट्रैक्टर लोन, टॉप-अप लोन या LTF से रीफाइनेंस लोन प्राप्त करने के समय पेश किया गया था।

इस मुकाम को हासिल करने पर एलएंडटी फाइनेंस के चीफ एग्‍जीक्‍यूटिव- फार्मर फाइनेंस, आशीष गोयल ने कहा कि “अपने स्ट्रैटेजिक प्लान लक्ष्य 2026 को ध्यान में रखते हुए, उत्‍पाद केंद्रित से ग्राहक केंद्रित होने पर जोर देने के लक्ष्य के साथ हम डिजिटल रूप से सक्षम टॉप रिटेल फाइनेंस कंपनी बनने पर केंद्रित कर रहे हैं। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए हमने किसानों की सुविधा और उनके कठिन समय में वित्तीय सहायता प्रदान करने पर ध्यान देने के साथ EMI प्रोटेक्ट योजना शुरू की थी। विशेष रूप से, EMI प्रोटेक्ट प्लान के तहत कृषि लोन ग्राहकों को कम से कम डॉक्यूमेंटेशन के साथ और बेहद कम समय में बिना किसी परेशानी क्लेम प्रक्रिया पूरी करने में मदद मिलती  है। अब तक, हमने इस योजना के तहत 1.5 लाख से अधिक किसानों को शामिल किया है, और किसान समुदाय की सेवा करते हुए 1,000 से अधिक क्लेम का निपटान किया है।”

गोयल ने कहा कि “वर्तमान में यह योजना भारत के 16 राज्यों में सभी कृषि लोन ग्राहकों को पेश की जा रही है, जिसमें तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, गुजरात और महाराष्ट्र जैसे प्रमुख राज्य शामिल हैं।”