कॉरपोरेट जगत के लिए काफी अच्छी खबर है वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संकेत दिए हैं कि सरकार 25 फीसदी के कम कॉरपोरेट टैक्स रेट को सभी कंपनियों के लिए लागू कर सकती है उन्होंने अपने 5 जुलाई के बजट भाषण में कहा था की करीब 99 फीसदी कंपनियों के लिए कॉरपोरेट टैक्स रेट घटाकर 25 फीसदी कर दिया था, पर बड़ी कंपनियों को इस छूट से बाहर रखा है.
वित्त विधेयक पर चर्चा के दौरान मंगलवार को राज्य सभा में विनियोग में एक सवाल के जवाब में सीतारमण ने कहा, ‘हमने कॉरपोरेट रेट को घटाकर 25 फीसदी कर दिया है जिसका फायदा 99.3 फीसदी कंपनियों को मिलेगा. इसलिए अब बहुत ही कम कंपनियां बची हैं. हम जल्दी उन्हें भी इस दायरे में लाकर रहेगे.’
सीतारमण ने कहा, कि इसके लिए मोदी सरकार ने साल 2014 में अपने पहले बजट में ही स्पष्टीकरण कर दिया था , उन्होंने कहा, ‘हमने कॉरपोरेट टैक्स रेट को घटाने का वादा पूरा किया ,सरकार के टैक्स प्रपोजल का उद्देश्य धन का पुनर्वितरण है ताकि सभी का विकास हो सके.
वित्त वर्ष 2019-20 का बजट पेश करते हुए निर्मला सीतारमण ने 400 करोड़ रुपये तक के टर्नओवर वाली कंपनियों पर कॉरपोरेट टैक्स 30 फीसदी से घटाकर 25 फीसदी करने का ऐलान किया था. इसका फायदा देश की 99.3 फीसदी कंपनियों को मिलेगा, जो इस सालाना टर्नओवर के दायरे के भीतर आती हैं.
सरकार ऐसी स्थिति में नहीं है कि ऐसे अहम करदाताओं को कॉरपोरेट टैक्स कटौती के दायरे में ले आए. फरवरी में सरकार वित्त वर्ष 2019-20 के लिए कॉरपोरेट टैक्स संग्रह का लक्ष्य 7.6 लाख करोड़ रुपए निर्धारित कर चुकी है. अर्थव्यवस्था सुस्त है और आर्थिक विकास की दर इस साल की पहली तिमाही में 5.8% दर ही रही. जबकि 2018 की आखिरी तिमाही में ये 6.6% थी.