एक जुलाई से होगा एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी का विलय लागू
एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी का विलय एक जुलाई 2023 से लागू हो जाएगा. एचडीएफसी समूह के चेयरमैन दीपक पारिख ने ये ऐलान किया है. उन्होंने बताया कि 13 जुलाई को हाउसिंग फाइनैंस कंपनी एचडीएफसी के शेयर स्टॉक एक्सचेंज से हट जायेंगे और 14 जुलाई से एचडीएफसी के शेयर्स में ट्रेडिंग बंद हो जाएगी.
30 जून को एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी दोनों ही के बोर्ड की आखिरी बैठक होगी. वहीं एचडीएफसी बैंक में एचडीएफसी के विलय से पहले हाउसिंग फाइनैंस कंपनी के बोर्ड की ये आखिरी बैठक होगी. दीपक पारिख ने कहा कि 30 जून को मार्केट बंद होने के बाद दोनों वित्तीय संस्थानों के बोर्ड की बैठक होगी जिसमें विलय पर मुहर लगाई जाएगी. एचडीएफसी के वाइस चेयरमैन और सीईओ केकी मिस्त्री ने कहा कि एचडीएफसी के शेयर्स की डिस्लिटिंग 13 जुलाई से लागू माना जाएगा. विलय के लागू होने के बाद नियमों के मुताबिक एचडीएफसी के शेयरधारकों को हर 25 शेयर्स के एवज में 42 शेयर्स एचडीएफसी बैंक के मिलेंगे.
एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी के विलय के बाद नई कंपनी मार्केट कैपिटलाईजेशन के लिहाज से रिलायंस इंडस्ट्रीज के बाद देश की दूसरी कंपनी बन जाएगी. रिलायंस इंडस्ट्रीज 16,83,950 करोड़ रुपये के मार्केट कैप के साथ पहले स्थान पर है. एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी के मार्केट कैप को जोड़ें तो अब यह टीसीएस को पीछे छोड़ 14,45,958 करोड़ रुपये के साथ दूसरे स्थान पर आ गया है .
विलय के बाद एचडीएफसी बैंक दूसरी निजी बैंक आईसीआईसीआई बैंक से दोगुनी बड़ी बैंक मार्केट कैपिटलाईजेशन के लिहाज से बन जाएगी. आईसीआईसीआई बैंक का मार्केट कैप 6,52,555 करोड़ रुपये है. तो सबसे बड़ी सरकारी बैंक एसबीआई से तीन गुना बड़ी बैंक होगी. एसबीआई का मार्केट कैप 5.03 लाख करोड़ रुपये है.