भारत के शीर्ष सात शहरों में मकानों की बिक्री में गिरावट देखने को मिली है। गुरुवार 26 सितंबर को जारी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि बाजार स्थिर हो रहा है और कैलेंडर वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में इसमें 11 फीसदी की गिरावट आई है। प्रॉपर्टी कंसल्टिंग कंपनी एनारॉक द्वारा जारी आंकड़े दर्शाते हैं कि बिक्री पिछले साल की तीसरी तिमाही के 1.20 लाख मकानों से कम होकर इस साल 1.07 लाख हो गई है।
एनारॉक की बिक्री घटने का कारण उच्च कीमतें और मॉनसून को बताया है। इसने कहा कि श्राद्ध पक्ष के दौरान भारतीय मकान खरीदना नहीं चाहते हैं इसलिए भी मांग में गिरावट आई है। कुल मिलाकर पहली तिमाही में नए शिखर पर पहुंचने के बाद आवास बाजार स्थिर हो रहा है। शीर्ष सात शहरों में मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर), दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर), हैदराबाद, बेंगलूरु, चेन्नई, कोलकाता और पुणे हैं। इस साल की तीसरी तिमाही में 93,750 मकान पेश किए गए थे, जो बीते साल की समान अवधि के दौरान पेश किए गए 1,16,220 मकानों के मुकाबले 19 फीसदी कम हैं।
इसके अलावा एनारॉक के मुताबिक, बढ़ती इनपुट लागत और इस साल की पहली तिमाही में अधिक बिक्री के अलावा एक बात यह भी है कि बीते एक से दो वर्षों में मकानों की कीमत बेतहाशा बढ़ी है। कई खरीदार फिर स्थिति पर नजर रखने लगे हैं। एनारॉक रिसर्च के मुताबिक, शीर्ष सात शहरों में औसत आवासीय कीमतों में पिछले साल की तीसरी तिमाही के मुकाबले इस साल की तीसरी तिमाही में 23 फीसदी की सालाना वृद्धि हुई है। इसके अलावा, अगर हम डेटा रुझानों की तुलना करें तो औसत कीमत साल 2022 की तीसरी तिमाही के मुकाबले साल 2024 की तीसरी तिमाही में 37 फीसदी बढ़ी हैं। इससे कई खरीदारों पर दबाव पड़ा है।