पटना: ‘आईबीएम एसटीईएम फॉर गर्ल्स’ कार्यक्रम शुरू करने के लिए आईबीएम ने बिहार सरकार के स्कूल एंड मास एजुकेशन डिपार्टमेंट के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) किया। जिसमें बिहार के तीन जिलों के 30 उच्च माध्यमिक विद्यालय में पढ़ने वाले करीब 13,000 छात्रों के विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) क्षेत्रों में कौशल और करियर को आगे बढ़ाने के प्रयास किये जाएंगे। यह पहल मुख्य रूप से सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली लड़कियों को शिक्षा के जरिए करियर बनाने और काम हासिल करने में मदद करेगी। इसका उद्देश्य लड़कियों को सक्षम बनाने के लिए एसटीईएम शिक्षा और करियर में उनकी रुचि बढ़ाना है।

बिहार राज्य परियोजना के निदेशक, आईएएस संजय सिंह ने कहा “आज स्किल डेवलपमेंट कोई विकल्प नहीं बल्कि एक अनिवार्यता है। उभरती प्रौद्योगिकियां हर पेशे को प्रभावित कर रही हैं और भविष्य की नौकरियों को पूरी तरह से बदल देंगी। हम आईबीएम के साथ काम कर रहे हैं ताकि स्कूल के पाठ्यक्रम को नए समय की जरूरत के मुताबिक बनाकर विद्यार्थियों को भविष्य में सफल होने के लिए कौशल प्रदान किया जा सके।”

आईबीएम इंडिया प्रा लिमिटेड के कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी, प्रमुख मनोज बालाचंद्रन ने कहा, ‘अगर हम चाहते हैं कि भारत के युवा ग्लोबल इकोनॉमी में स्पर्धा करें तो उनके कौशल का विकास करना जरुरी है। बिहार सरकार के साथ मिलकर किया गया हमारा यह प्रयास छात्रों को बाजार में बदलाव और उद्योग की जरूरतों के साथ बेहतर तालमेल बनाने में मदद करेगा। आईबीएम छात्रों के सशक्तीकरण में सबसे आगे है और उन्हें भविष्य के लिए तैयार करने और प्रतिभावान युवाओं को बढ़ाने के लिए निवेश कर रहा है। ”

भारत में आईबीएम के नए कॉलर स्किलिंग इनिशीएटिव (पहल) में शामिल हैं:

1) दो साल का उन्नत डिप्लोमा कार्यक्रम, जो अगले तीन वर्षों में 50 औद्योगिक सभी महिला आईटीआई सहित 100 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) के लिए उपलब्ध होगा। आईबीएम कुछ छात्रों को पांच महीने तक की इंटर्नशिप की पेशकश भी करेगा। वर्तमान में 40 आईटीआई को इस शैक्षणिक वर्ष में 2 वर्ष का डिप्लोमा कार्यक्रम शुरू करने के लिए सूचीबद्ध किया गया है।

2) अटल टिंकरिंग लैब्स पहल के माध्यम से युवा इनोवेटर्स के लिए भारत सरकार के साथ आईबीएम की सहभागिता के कारण करीब 4,000 मेंटर्स और 6,00,000 विद्यार्थी एक अद्वितीय एआई- संचालित मेंटर प्लेटफॉर्म के जरिए लाभान्वित होंगे। आईबीएम ने “नेशनल मेंटर ऑफ चेंज मिशन” के साथ मिलकर अब तक 300 आईबीएम कर्मचारियों सहित 2,500 मेंटर्स को इस प्लेटफॉर्म से जोड़ा है।