IIP : औद्योगिक उत्पादन (IIP) के ताजा आंकड़े के अनुसार भरी गिरावट देखने को मिली हैं. इस साल सितंबर में औद्योगिक उत्पादन में 4.3 फीसदी गिरावट दर्ज की गई. इसकी सबसे अहम वजह मैन्युफैक्चरिंग का खराब प्रदर्शन रहा. यह पिछले 8 साल में सबसे बड़ी गिरावट है. इससे पहले, अक्टूबर 2011 में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई थी. सरकार की ओर से सोमवार को आधिकारिक आंकड़े जारी किए गए. औद्योगिक उत्पादन सितंबर 2018 में 4.6 फीसदी की दर से बढ़ा था. औद्योगिक उत्पादन में लगातार दूसरे महीने गिरावट आई है. अगस्त में आईआईपी में 1.1 फीसदी की गिरावट आई थी. सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में तगड़ी सुस्ती आ गई है. सितंबर माह के दौरान मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 3.9 फीसदी की गिरावट आई है. एक साल पहले इसमें 4.8 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई थी. मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के 23 में से 17 औद्योगिक समूहों में ग्रोथ निगेटिव दर्ज की गई. इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (IIP) का किसी भी देश की अर्थव्यवस्था में अहम रोल होता है. इससे उद्योगों के विकास की रफ्तार का पता चलता है.