ठंड में ट्रेन का लेट हो जाना मामूली बात हो गयी है और कई बार तो ट्रेन रद्द हो जाती है और इन सब परिस्थितियों का सामना यात्रियों को करना पड़ता है। लेकिन इस बार रेल मंत्री पीयूष गोयल ने यात्रियों के लिए ठोस कदम उठाये हैं ताकि उन्हें परेशानियों का सामना न करना पड़े।
- अगर ट्रेन निश्चित समय से ज्यादा लेट होती है तो यात्रियों को पहले ही मैसेज के जरिए इसकी दी जाएगी।
- ऑटोमैटिक सिग्नल सिस्टम: उत्तरी रेलवे और उत्तर मध्य रेलवे ने सिग्नल सिस्टम को मजबूत किया है। इसकी मदद से कोहरे के मौसम में दो स्टेशन के बीच चलने वाली ट्रेनों की संख्या कम की जाती है ताकि दुर्घटना और ट्रैफिक की संभावना कम बने।
- सिग्नल बोर्ड को चमकीले रंगों में रंगा गया है, ताकि विजिबिलिटी कम होने के बावजूद यह दिखाई दे, जिससे संचालन में मदद मिलेगी। इसके अलावा कोहरे के मौसम में इंस्पेक्शन बढ़ाई जाएगी। इससे मेंटेनेंस स्टॉफ अलर्ट रहेंगे और काम का संचालन बेहतर तरीके से होगा।
- इसके अलावा ट्रेन के ड्राइवर को फॉग पास डिवाइस दी जाएगी। यह GPS की तरह काम करती है। इस डिवाइस की मदद से ड्राइवर को लोकेशन को लेकर विस्तृत जानकारी मिलती रहती है।
- फॉग पास डिवाइस में स्टेशन, सिग्नल, वॉर्निंग बोर्ड्स, लेवल क्रॉसिंग और रूट के बारे में विस्तृत जानकारी होती है, जिससे ड्राइवर को रास्ते के बारे में ज्यादा जानकारी मिलती है और ट्रेन का संचालन आसान होता है।भारतीय रेलवे को अब तक 12,205 पास डिवाइस दी जा चुकी है।