सेबी ने मशहूर आईटी कंपनी इंफोसिस (Infosys) के इनसाइडर ट्रेडिंग गतिविधियों में शामिल होने के चलते उस पर बड़ी कार्रवाई की. सेबी ने कंपनी को सिक्योरिटीज मार्केट में शामिल होने पर रोक लगा दी. इसका असर बुधवार को इंफोसिस के शेयरों में देखने को मिला. इसमें 1.81 फीसदी की गिरावट देखने को मिली. बीएसई पर शेयर 0.55 फीसदी की गिरावट के साथ 1,379.75 रुपये पर बंद हुआ. जबकि एनएसई में यह 0.45 फीसदी की गिरावट के साथ 1,381 रुपये पर बंद हुआ.
मालूम हो कि सेबी (SEBI) ने इंफोसिस के दो कर्मचारियों समेत आठ अन्य संस्थाओं को आईटी शेयरों में अंदरूनी व्यापारिक गतिविधियों में लिप्त होने के चलते प्रतिभूति बाजार यानी सिक्योरिटी मार्केट में ट्रेडिंग पर प्रतिबंध लगा दिया. सेबी ने इस सिलसिले में एक अंतरिम आदेश जारी कर कहा था कि 30 जून, 2020 को समाप्त तिमाही के लिए इंफोसिस के वित्तीय परिणामों से संबंधित अप्रकाशित मूल्य संवेदनशील सूचना (यूपीएसआई) के कब्जे में रहते हुए संस्थाओं ने इंफोसिस के शेयरों में कारोबार किया है, जो नियम के विपरीत है.
कुर्की के दिए निर्देश
सेबी ने 8 इकाईयों पर कार्रवाई करने के दौरान दो कंपनियों कैपिटल वन पार्टनर्स और टेसोरा कैपिटल पर 3.06 करोड़ रुपए का अवैध लाभ लेने के लिए इनके खिलाफ कुर्की के भी निर्देश दिए. सेबी ने जांच में पाया कि केपिटल वन और टेसोरा ने इन्फोसिस के 30 जून 2020 की तिमाही के लिए घोषित होने वाले परिणाम से कुछ देर पहले ही वायदा एवं विकल्प कारोबार वर्ग में कंपनी के शेयरों में कारोबार किया. कुछ ही देर बाद उन्होंने शेयरों को बेच दिया और अपनी स्थिति को ऐसा कर दिया की उनके पास कुछ नहीं है.
इस तरह से किए गए सौदे में कैपिटल वन पार्टनर्स और टेसोरा कैपिटल ने क्रमश: 2.79 करोड़ रुपए और 26.82 लाख रुपए के अवैध कमाई की. इन सभी पर अगले आदेश तक शेयर बाजार में कारोबार करने से रोक लगा दी गई है.