– एविएशन मिनिस्ट्री ने जोर-शोर से शुरू की तैयारी

नई दिल्ली। नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया  ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के सामान्य तरीके से परिचालन के लिए अभी प्रक्रिया का आकलन किया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत दुनिया के अन्य हिस्सों में कोरोना वायरस महामारी की स्थिति को ध्यान में रखकर ही उड़ानों को सामान्य करने के पक्ष में है।

सिंधिया ने निकट भविष्य में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का पूरी तरह सामान्य परिचालन संभव नहीं होने का संकेत देते हुए कहा कि लोगों को अपनी सुरक्षा नहीं छोड़नी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम दुनिया में नागर विमानन क्षेत्र का अपना मुकाम फिर हासिल करने और भारत में हब बनाने का प्रयास कर रहे हैं। आप भरोसा रखें, मैं आपके साथ हूं। हम मिलकर काम करेंगे, लेकिन सुरक्षित वातावरण में।

बीते साल मार्च से ही कोविड-19 महामारी फैलने के बाद से भारत से और भारत के लिए अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन बंद है। हालांकि भारत 25 देशों के साथ एयर बबल व्यवस्था के तहत अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन कर रहा है।

यह पूछे जाने पर कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन कब तक सामान्य हो पाएगा, सिंधिया ने कहा कि अभी हम प्रक्रिया का आकलन कर रहे हैं। सिंधिया ने उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) द्वारा आयोजित ‘वैश्विक आर्थिक नीति शिखर बैठक 2021-अर्थव्यवस्थाओं का पुनर्निर्माण’ सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सभी को महामारी को लेकर सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हम सामान्य स्थिति की ओर लौट रहे हैं।

एयर बबल व्यवस्था (Air Bubble Pact) के तहत दो देशों की एयरलाइंस एक दूसरे के क्षेत्र में कुछ शर्तों के साथ अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों का परिचालन कर सकती हैं। सिंधिया ने कहा कि इसके लिए एक प्रक्रिया होती है और अन्य मंत्रालयों से बातचीत करनी पड़ती है। इसके बाद ही हम अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के परिचालन पर फैसला करेंगे। घरेलू उड़ानों को इस साल अक्टूबर से पूर्ण क्षमता से परिचालन की अनुमति मिल गई है।